नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश : नौ महिलाओं समेत 11 लोगों ने करोड़ों रुपये ऐंठे, पांच हजार लोगों को बनाया निशाना 

नोएडा | 3 महीना पहले | Junaid Akhtar

Tricity Today | पुलिस की गिरफ्त में आरोपी



Noida News : नोएडा में थाना सेक्टर 49 पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने नौ महिलाओं समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि पकड़े गए सरगना समेत 11 आरोपियों ने बैंक लोन और बीमा पॉलिसी के नाम पर हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की हैं। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों में रखे लाखों रुपये फ्रीज भी किए हैं। पुलिस ने मौके से 25 मोबाइल फोन, 81 डाटा शीट, एक रजिस्टर, एक ब्लैक डायरी और 2 फर्जी आधार कार्ड बरामद किए हैं। 

होशियारपुर में चल रहा था फर्जी कॉल सेंटर 
डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि एक सूचना के आधार पर सेक्टर 49 थाना पुलिस और क्विक रिस्पांस टीम ने शुक्रवार रात होशियारपुर में शर्मा मार्केट की चौथी मंजिल पर चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। आरोपियों की पहचान गैंग के सरगना आशीष कुमार उर्फ अमित, जितेंद्र कुमार वर्मा उर्फ अभिषेक, निशा उर्फ स्नेहा, दिव्या, लक्ष्मी यादव, पूनम, पूजा समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि ये लोग उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों में रहने वाले लोगों को सस्ते दरों पर लोन दिलाने और बीमा पॉलिसी के नाम पर झांसे में लेकर ठगी करते थे। 

किराए पर लिया था खाता 
गैंग के सरगना आशीष कुमार उर्फ अमित उपरोक्त ने पूछताछ में बताया कि उसने पीएनबी बैंक का एक अकाउन्ट जो कर्नाटक निवासी अरविन्द का है। उसने 10 हजार रूपये महीनें पर किराये पर लिया है। उसका डेबिट कार्ड और एटीएम भी मेरे पास है। जैसे ही इसमें पैसे आ जाते थे, वह एटीएम से जाकर पैसें निकाल लेता थे। एक काली डायरी है मेरे पास जिसके अन्दर पैसे का लेन-देन का हिसाब लिखा है। पकड़े गए आरोपी आशीष और जितेन्द्र निकालकर हम सभी लोग अपना अपना हिस्सा बांट लेते थे जिसमें बडी हिस्सेदारी जितेन्द्र व आशीष की होती थी। हम सब लोग सुबह लगभग 8.00 से लेकर रात 10 तक कॉल करते थे।  

टेंट लगाकर सिम बेचने वाले भी शामिल 
आरोपी अपने इस कार्य के लिए फर्जी सिम का प्रयोग करते थे। आरोपी टेंट लगाकर सिम बेचने वालों को अधिक पैसे का लालच देकर उनसे फर्जी आधार कार्ड पर सिम खरीद लेते थे। इनके पास से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुए है जिसका प्रयोग आरोपी अपनी पहचान छुपाने के लिए करते थे। 

दोनों आरोपी एसबीआई में कर चुके हैं काम 
आरोपी आशीष उर्फ अमित दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकाॅम का छात्र रहा है। वर्ष 2019 आशीष और जितेन्द्र दोनों एसबीआई लाईफ इन्श्योंरेंस में पालिसी बेचने का काम करते थे। इस बीच आरोपियों ने सोचा की कुछ बड़ा काम किया जाये इस उद्देश्य से कुछ लड़कियों को लेकर फर्जी कॉल सेंटर खोल दिया है और धोखाधड़ी करने लगे। 

इंडिया मार्ट से खरीदा 10 हजार लोगों का डेटा
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने फर्जी कालिंग करके बीमा व लोन देने के नाम पर इंडिया मार्ट की साइट से 2500 रुपये में लगभग दस हजार लोगों का पूरे भारत का डेटा खरीदकर लोगों को फोन कर पैसे के लेनदेन का काम शुरू किया था। जिसे लगभग एक से डेढ़ साल से अलग-अलग जगहों पर रहकर कर रहे थे। इसमें हम लोगों ने करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की।

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