नोएडा पुलिस का एक्शन : ऑन डिमांड कार चोरी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान और यूपी से जुड़े तार

नोएडा | 4 दिन पहले | Junaid Akhtar

Tricity Today | पुलिस की गिरफ्त में आरोपी



Noida News : नोएडा की थाना सेक्टर-20 पुलिस ने ऑन डिमांड कार चोरी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया गया है। पुलिस ने गैंग के सरगना समेत पांच आरोपियों को पकड़ा है। पुलिस का दावा है कि यह गैंग पंजाब, दिल्ली, राजस्थान और यूपी में वारदातों को अंजाम देता है। इसके बाद नंबरों में छेड़छाड़ कर उन पर पंजाब का रजिस्ट्रेशन नंबर लगाकर आगे भेज देते थे। इनके पास से पांच लग्जरी कारें बरामद हुई हैं। आरोपियों ने पूछताछ करने पर 50 से ज्यादा वारदातों को करना स्वीकार किया है। 

ऐसे आरोपी गैंग शिकंजे में 
डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया कि दिवाली के दिन नोएडा के सेक्टर-27 स्थित एक घर में चोरी हुई थी। सारा सामान ले जाते समय एक चोर ने क्रेटा कार की चाबी भी देख ली थी। इसके बाद उसने सारा सामान क्रेटा कार में लोड किया और वहां से फरार हो गया। पीड़ित ने मामले की शिकायत सेक्टर-20 थाने में की। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई। जिसके बाद 19 नवंबर को मुखबिरों और लोकल इंटेलिजेंस से मिले इनपुट के आधार पर निठारी के पास एलिवेटेड रोड से पांचों को गिरफ्तार कर लिया गया। इनकी पहचान विनोद पुत्र श्योराज, आदेश कुमार पुत्र फूल सिंह, करण जाट उर्फ सोनू पुत्र जगपाल, प्यारे लाल पुत्र नानक चंद और इंद्राज पुत्र गंगा राम के रूप में हुई है। गैंग का सरगना आदेश है। 

पांच साल से कर रहे वारदात 
डीसीपी ने बताया कि यह गैंग पिछले करीब पांच सालों से वारदातों को अंजाम दे रहा है और पहले भी जेल जा चुके हैं। पकड़े गए आरोपी कार का लॉक तोड़ने में माहिर हैं। ये लोग महज कुछ सेकेंड में कार चुराकर फरार हो जाते थे। इनके पास से एक क्रेटा कार रजिस्ट्रेशन नंबर HR82B2842, एक वर्ना कार रजिस्ट्रेशन नंबर UP13BH0230, एक ब्रेजा रजिस्ट्रेशन नंबर UP13BL4190, एक टोयोटा कोरोला अल्टिस रजिस्ट्रेशन नंबर UP79AC0194 और एक सफेद रंग की बिना नंबर प्लेट वाली स्विफ्ट कार बरामद हुई है।

पंजाब से करते थे रजिस्ट्रेशन
डीसीपी ने बताया कि इस गैंग को ज्यादातर ऑर्डर पंजाब से मिलते थे। दिल्ली एनसीआर से कार चोरी करने के बाद ये लोग उस पर पंजाब रजिस्ट्रेशन नंबर की प्लेट लगाकर आगे भेज देते थे। इनका एक साथी डिमांड लेकर आता था। जो भी पैसा मिलता था, उसे आपस में बांट लेते थे। डीसीपी ने बताया कि गैंग का एक सदस्य फरार है। यही आरोपी ऑर्डर लेकर आता था।

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