गौतमबुद्ध नगर: बेपरवाह निजी स्कूलों की मनमानी जारी, 33 में सिर्फ तीन ने बीएसए को भेजा जवाब, अब कड़े कदम उठाएगा प्रशासन

नोएडा | 3 साल पहले |

Google Image | 33 में सिर्फ तीन ने बीएसए को भेजा जवाब



गौतमबुद्ध नगर के प्राइवेट स्कूल अब सरकार को भी ठेंगा दिखाने लगे हैं। तमाम प्रयासों के बावजूद जनपद के 30 निजी स्कूलों ने अब तक बीएसए के आदेश पर जवाब नहीं दिया है। दरअसल बीएसए ने जिले के इन सभी स्कूलों को शिक्षा के अधिकार अधिनियम (RTE) के तहत दाखिला देने से संबंधित शिकायत पर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया था। लेकिन निर्धारित समय बीत जाने के बाद भी स्कूल प्रबंधकों की तरफ से कोई जवाब दाखिल नहीं किया गया है। 

RTE के तहत दाखिले की प्रक्रिया शुरू
स्कूलों के इस अड़ियल रवैये को देखते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सख्त कदम उठाए हैं। 10 अलग-अलग जांच समितियां बनाई जा रही हैं। यह समिति स्कूलों में जाकर प्रबंधकों के बयान दर्ज करेगी। उसके आधार पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक स्कूल प्रबंधकों पर कार्यवाही होगी। दरअसल जनपद में आरटीई के तहत दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेकिन इसमें तमाम तरह की धांधली चल रही है। इसकी शिकायत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से की गई तो। उन्होंने इसकी जांच शुरू कराई।

विसंगतियां मिलने पर नोटिस जारी हुआ 
शुरुआती जांच में बेसिक शिक्षा अधिकारी को 33 निजी स्कूलों में विसंगतियां मिली थीं। जिन्होंने कम सीट दिखाते हुए कम बच्चों का दाखिला लिया। जबकि उन्हें और ज्यादा सीटें एलॉट करनी थी। स्कूल प्रबंधकों का पक्ष जानने के लिए उन्हें पहला नोटिस भेजा गया। लेकिन किसी विद्यालय प्रबंधन ने इसका जवाब नहीं दिया। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने दूसरा नोटिस जारी किया। इसके जवाब में जनपद के सिर्फ तीन निजी स्कूलों ने अपना पक्ष रखा है। जबकि 30 विद्यालयों से अब तक बेसिक शिक्षा अधिकारी को कोई जवाब नहीं मिला है। 

जांच के बाद होगी कार्रवाई
प्रभारी बीएसए संजय कुमार ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, 33 स्कूलों को नोटिस भेजे गए थे। लेकिन अब तक सिर्फ तीन के जवाब मिले हैं। अब सभी स्कूलों के जवाब दाखिल करने का समय समाप्त हो गया है। इनकी जांच के लिए 10 समितियां गठित की गई हैं। इनमें खंड शिक्षा अधिकारी के साथ-साथ अन्य अफसर शामिल होंगे। ये विद्यालयों का दौरा करेंगे और वहां से सही जानकारी इकट्ठा करेंगे। उसके बाद जो भी स्कूल इस तरह के अपराध में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। देखना है, बीएसए के इस फैसले के बाद गौतमबुद्ध नगर के प्राइवेट स्कूलों के रूख में किसी तरह का बदलाव आता है अथवा नहीं।

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