नोएडा और दिल्ली-एनसीआर वालों के लिए बड़ी खबर : पुलिस और सीबीआई के नाम पर ब्लैकमेल ना हों, गृह मंत्रालय ने डिजिटल अरेस्ट पर दी खास जानकारी

नोएडा | 6 महीना पहले | Pankaj Parashar

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो



New Delhi\Noida : नोएडा और दिल्ली-एनसीआर के निवासियों के लिए बड़ी खबर है। साइबर अपराधियों द्वारा कानून प्रवर्तन एजेंसियों का रूप धारण करके धमकी और अपहरण की घटनाओं के खिलाफ केंद्र सरकार ने अलर्ट जारी किया है। गृह मंत्रालय ने साइबर अपराधियों द्वारा पुलिस, नारकोटिक्स विभाग, सीबीआई, आरबीआई और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों का रूप धारण कर लोगों को धमकाने, ब्लैकमेल करने और "डिजिटल अरेस्ट" की घटनाओं के खिलाफ आगाह किया है।

ऐसे करते हैं डिजिटल अरेस्ट 
एक अधिकारिक बयान के मुताबिक, नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर ऐसी कई शिकायतें दर्ज हो रही हैं। साइबर गिरोहों के लोग पीड़ितों से संपर्क करके बताते हैं कि उनके पास आपत्तिजनक सामान या नशीले पदार्थ भरा पार्सल आया है या किसी क्राइम में उनके रिश्तेदार शामिल हैं। फिर वे पैसे की मांग करते हैं। कई मामलों में पीड़ितों को स्काइप या अन्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म पर रहना पड़ा और अपराधियों की मांग पूरी करनी पड़ी। ये अपराधी पुलिस स्टेशन और सरकारी दफ्तरों जैसे स्टूडियो का इस्तेमाल करते हैं और पुलिस की वर्दी पहनकर असली दिखते हैं। देश भर में कई लोग इन अपराधियों के शिकार बन चुके हैं और उन्होंने भारी रकम गंवाई है। गृह मंत्रालय के तहत इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर देश में साइबर क्राइम से निपटने के लिए गतिविधियों का समन्वय करता है।  

यहां दर्ज कराएं शिकायत 
मंत्रालय इन धोखाधड़ियों के खिलाफ अन्य मंत्रालयों, आरबीआई और कई संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा है। सेंटर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस को भी तकनीकी सहायता और इनपुट दे रहा है। साथ ही स्काइप, सिम कार्ड, मोबाइल डिवाइस और झूठे बैंक खातों को भी ब्लॉक करवा रहा है। मंत्रालय ने नागरिकों से इन धोखाधड़ियों के बारे में जागरूक रहने और लोगों को सतर्क करने की अपील की है। इन तरह के संदिग्ध कॉल आने पर लोगों को साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराने को कहा गया है।

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