महर्षि के नाम पर माफियागिरी : पहली तलवार लेखपाल पर लटकी! संपत्ति पर उठे सवाल...जांच की मांग 

नोएडा | 1 महीना पहले | Nitin Parashar

Tricity Today | Symbolic



Noida News : नोएडा के दिल में स्थित महर्षि आश्रम की कथित संपत्ति को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। तहसील दादरी के अंतर्गत आने वाले राजस्व ग्राम हाजीपुर, गेझा, सलारपुर खादर और भंगेल में कुछ भू-माफियाओं ने महर्षि योगी आश्रम की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कर लिया हैं। आरोप है कि इस धंधे को बढ़ावा सत्ता दल के एक नेता और भू-माफिया अजय प्रकाश श्रीवास्तव दे रहे हैं। इस मामले की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग, सीबीआई और एसआईटी जैसी एजेंसियों को शामिल करने की मांग की है। आपका पसंदीदा न्यूज पोर्टल 'ट्राईसिटी टुडे' पहले ही उस नेक्सस का ख़ुलासा कर चुका है, जो महर्षि महेश योगी की धार्मिक संपत्तियों को खुलेआम बाजार में बेच रहा है।

बेखौफ होकर माफियागिरी जारी 
दादरी बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राकेश नागर ने बताया कि पिछले 45 वर्षों से अधिक समय से महर्षि आश्रम द्वारा किसानों की जमीन को अत्यंत कम कीमत पर खरीदकर उस पर अवैध और अनाधिकृत रूप से कब्जा किया गया है। इस मामले में पहले भी जांच की मांग की गई थी, लेकिन तहसील प्रशासन द्वारा अभी तक कोई अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई है। इस पूरे प्रकरण में तहसील प्रशासन के कर्मचारियों और नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत हुई है। नागर का कहना है कि इस साठगांठ के कारण बड़े-बड़े लोगों की हिम्मत भी दम तोड़ जाती है और भू-माफिया बेखौफ होकर अपना कारोबार चला रहे हैं।

मुख्य सचिव ने फाइल खोली 
दादरी बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राकेश नागर ने क्षेत्रीय लेखपाल मनोज दुबे की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। उन पर जांच में सहयोग न करने और कार्रवाई से बचने का आरोप लगा है। इस संबंध में दुबे के खिलाफ विभागीय जांच की मांग की गई है। यह मामला न केवल भूमि अतिक्रमण का है, बल्कि इसमें राज्य सरकार को होने वाले राजस्व की भारी क्षति का भी मुद्दा शामिल है। हालांकि, इस मामले में यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने महर्षि योगी आश्रम की जमीन की फाइल खंगालनी शुरू कर दी है। मनोज कुमार सिंह ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इस मामले में निष्ठा, पारदर्शिता और निष्पक्षता के आधार पर अपनी स्पष्ट रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

धर्म की आड़ में धंधा, पूरी रात चलता है यहां अवैध निर्माण
महर्षि आश्रम की जमीन पर अवैध रूप से छोटे-छोटे आवासीय भूखंड बेचे जा रहे हैं। बड़ी संख्या में भूखंडों पर कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बना दिए गए हैं। महर्षि आश्रम की जमीन पर रातोंरात अवैध निर्माण हो रहा है। रात 9 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक बड़े-बड़े डंपर मिट्टी लेकर आते हैं। आश्रम झील थी, जिसे मिट्टी से पूरी तरह पाट दिया गया है। यज्ञशाला और गऊशाला की जमीन पर प्लॉटिंग हो चुकी है। मौके पर कई इमारतें खड़ी हुई हैं। आपको बता दें कि वर्ष 2011 में नोएडा प्राधिकरण ने इस जमीन का अधिग्रहण करने का प्रयास किया था। तब भूमाफिया गैंग ने महर्षि आश्रम को धार्मिक स्थल बताकर विरोध किया था। आसपास से किराये की भीड़ इकट्ठा करके धरना-प्रदर्शन किया गया था। प्राधिकरण और तत्कालीन सरकार पर आरोप लगाया गया था कि गऊशाला, यज्ञशाला और धार्मिक गतिविधियों के लिए उपयोग हो रही ज़मीन को ग़लत ढंग से अधिग्रहित किया जा रहा है। इससे लोगों की धार्मिक आस्था पर चोट पहुंच रही है। लिहाज़ा, मजबूर होकर प्राधिकरण और सरकार को अपने पांव पीछे खींचने पड़े थे। अब उसी ज़मीन पर खुलेआम अवैध प्लॉटिंग चल रही है। जिससे साफ हो जाता है कि धर्म की आड़ में गंदा धंधा चल रहा है।

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