मिलिए नोएडा डीएम का एक्स हैंडल हैक करने वाले से : जिसकी एक गलती से सोशल मीडिया पर छिड़ी महाभारत, राहुल गांधी को 'पप्पू' कह डाला 

नोएडा | 3 दिन पहले | Jyoti Karki

Tricity Today | मिलिए नोएडा डीएम का एक्स हैंडल हैक करने वाले से



Noida News : गौतमबुद्ध नगर डीएम (Gautam Buddha Nagar DM) को सोशल मीडिया पर पप्पू कहने का साइबर अपराधी गिरफ्तार कर लिया गया है। इसी आरोपी ने डीएम के एक्स हैंडल से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को पप्पू को कहा था। ट्वीट वायरल होने के बाद जमकर बवाल हुआ था। सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Srinet) समेत कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने डीएम का विरोध किया। उनको जमकर खरी खोटी भी सुनाई थी। आरोपी की पहचान अलीगढ़ के अतरौली निवासी सोहन सिंह के रूप में हुई है, जो वर्तमान में दिल्ली के बुराड़ी में रह रहा है। वह पिछले 6 वर्षों से नई दिल्ली स्थित उत्तर प्रदेश राज्य सूचना केंद्र में संविदा पर कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था।

ये है पूरा मामला 
आपको बता दें कि शुक्रवार को कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रधानमंत्री के विषय में एक वीडियो पोस्ट किया था, जिस पर डीएम नोएडा के 'ट्विटर' हैंडल से एक विवादित टिप्पणी की गई। जैसे ही यह टिप्पणी वायरल हुई। गौतमबुद्ध नगर के डीएम मनीष कुमार वर्मा ने डीएम के 'ट्विटर' हैंडल का दुरुपयोग किए जाने की जानकारी दी और थाने में मुकदमा दर्ज कराया। मुकदमा दर्ज होते ही आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें बनाई और कुछ ही घंटों में उसे पकड़ लिया गया।  यह हैं आरोपी सोहन, जिन्होंने की थी टिप्पणी 
गिरफ्तार आरोपी सोहन सिंह ने पुलिस को बताया कि वह पिछले 3 महीने से डीएम गौतमबुद्ध नगर के 'ट्विटर' हैंडल का संचालन अपने निजी मोबाइल से कर रहा था। शुक्रवार शाम को कांग्रेस प्रवक्ता का पोस्ट पढ़कर उसने टिप्पणी की, जो गलती से डीएम के हैंडल से चली गई। आरोपी ने अपनी गलती स्वीकार की है और माफी मांगी है। उसने अपने को प्रधानमंत्री का प्रशंसक बताया है। 

इस पोस्ट के वायरल होने पर मचा बवाल 
सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinet) के ट्वीट पर डीएम की आईडी से लिखा गया, "अरे तुम अपनी और अपने पप्पू के बारे में सोचो"। यह टिप्पणी कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, हालांकि बाद में इसे डीएम की आईडी से हटा दिया गया। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "यह डीएम नोएडा हैं, पूरे जिले की जिम्मेदारी है। देश के नेता विपक्ष राहुल गांधी के बारे में इनकी भाषा और विचार जरूर देखे जाएं। साफ है प्रशासनिक अमले में संघियों की भरमार है - और अब वो संवैधानिक पद पर बैठ कर नफरत को हवा दे रहे हैं।"

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