जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार के कारण लोगों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें, तो मई के 15 दिन में सबसे अधिक मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। 15 मई तक 1478 लोगों की मौत हुई है। इनमें 964 पुरुष और 514 महिलाएं शामिल हैं। जनवरी, 2021 से यह आंकड़ा दोगुना हो गया है। इस साल 15 मई तक 3820 लोगों की मौत हुई है। इनमें 2459 पुरुष और 1361 महिलाएं शामिल है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि कोरोना से कितने लोगों की मौत हुई है।
दरअसल जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार इस साल अप्रैल और मई में बहुत ज्यादा रही है। पिछले महीने अप्रैल में जनपद में 683 लोगों की मौत हुई थी। इनमें 227 महिलाएं शामिल हैं। इसी साल मार्च में 496 लोगों की मृत्यु हुई थी। इसमें 192 महिलाएं शामिल हैं। बीते फरवरी में गौतमबुद्ध नगर में 485 निवासियों की जान गई। इनमें 185 महिलाएं शामिल हैं। इस साल के पहले महीने जनवरी में 678 लोगों की मौत हुई थी। इनमें 227 महिलाएं शामिल हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इन मृत्यु के मामलों में कोरोना संक्रमण से कितने निवासियों की जान गई।
कोरोना ने अब तक 397 लोगों की जान ली
गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से जारी आंकडों पर नजर डालें, तो साल मार्च, 2020 से 18 मई, 2021 तक 397 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है। पिछले साल मरने वालों में उम्रदराज लोग अधिक शामिल थे। लेकिन इस बार मरने वालों में कम आयु वाले निवासी ज्यादा हैं।
महीना (2021)
पुरूष
महिला
कुल
जनवरी
451
227
678
फरवरी
300
185
485
मार्च
304
192
496
अप्रैल
440
243
683
15 मई तक
964
514
1478
कुल
2459
1361
3820
डेथ सर्टिफिकेट बनवाने की प्रक्रिया
किसी व्यक्ति की जब अस्पताल में मौत हो जाती है, तो एक पर्ची दी जाती है। जिसे शव के साथ श्मशान घाट ले जाया जाता है। वहां पर मृतक का आधार कार्ड या कोई पहचान कार्ड व अंतिम संस्कार करने वाले का आधार कार्ड के साथ जमा कराया जाता है। अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान घाट से प्रमाणपत्र दिया जाता है। उसी प्रमाणपत्र के साथ फिर से मृतक और अंतिम संस्कार क्रिया करने वाले व्यक्ति का आधार कार्ड लगाया जाता है। जिसे सीएमओ आफिस स्थित जन्म-मृत्यु प्रमाण केंद्र पर जमा कराना होता है। इसके एक सप्ताह में मृत्यु प्रमाण पत्र मिल जाता है।