बड़ी खबर : नामी पत्रकार को गिरफ्तार करने के लिए नोएडा और राजस्थान पुलिस आमने-सामने, थाने में हुई जमकर ड्रामेबाजी

नोएडा | 2 साल पहले | Mayank Tawer

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो



Noida News : एक पत्रकार को पकड़ने के लिए राजस्थान पुलिस और नोएडा पुलिस आमने-सामने हो गई है। राजस्थान पुलिस नोएडा पहुंची और पत्रकार को गिरफ्तार करने के लिए नोएडा पुलिस को वारंट दिखाया। अब राजस्थान पुलिस ने नोएडा पुलिस का आरोप लगाते हुए कहा है कि नोएडा पुलिस उनके कार्यों में बांधे डाले हैं। इसको लेकर दोनों राज्यों की पुलिस में खूब ड्रामेबाजी हुई है।

क्या है पूरा मामला
दरअसल, टीवी न्यूज़ एंकर अमन चोपड़ा के खिलाफ 23 अप्रैल को आईपीसी और आईटी अधिनियम के तहत बिछीवाड़ा राजस्थान मुकदमा दर्ज हुआ था। अमन चोपड़ा ने अपने एक शो में कथित तौर पर दावा किया था कि जहांगीरपुरी केस का बदला लेने के लिए अलवर में एक सदियों पुराने मंदिर को विध्वंस किया गया है। इस मामले में रविवार को राजस्थान पुलिस न्यूज़ एंकर अमन चोपड़ा को गिरफ्तार करने के लिए नोएडा पहुंची। राजस्थान ने आई पुलिस टीम अमन चोपड़ा ने घर पहुंची, लेकिन वहां पर ताला लगा हुआ मिला। 

डूंगरपुर एसपी सुधीर जोशी ने नोएडा पुलिस पर लगाए यह आरोप
राजस्थान के डूंगरपुर के एसपी सुधीर जोशी ने कहा कि यह दूसरी बार है, जब नोएडा पुलिस ने उनके काम में बाधा डाली। नोएडा पुलिस ने हमारी टीम को उनके साथ पुलिस स्टेशन आने के लिए कहा, हमारी टीम नोएडा पुलिस स्टेशन गई और उन्हें अमन चोपड़ा के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट दिखाया। इसके बाद जब टीम चोपड़ा के घर अरिहंत अपार्टमेंट पहुंची तो वह वहां नहीं मिले। सुधीर जोशी ने आरोप लगाया कि एक हफ्ते पहले भी नोएडा पुलिस ने उनके साथ ऐसा ही किया था।

नोएडा पुलिस ने दिया जवाब
जोशी के आरोप पर जवाब देते हुए एसीपी-2 सेंट्रल नोएडा योगेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान पुलिस की एक टीम चोपड़ा के खिलाफ गैर-जमानती वारंट लेकर दोपहर करीब 3 बजे बिसरख पुलिस थाने आई थी। उन्होंने कानूनी प्रक्रिया पूरी की और हमारे दो कर्मी उनके साथ गए। चोपड़ा के घर पर ताला लगा था, जिसके बाद उन्होंने वारंट को घर के बाहर चिपका दिया। सिंह ने कहा कि राजस्थान पुलिस के लोग खुद थाने आए थे। हमें किसी के आने की कोई जानकारी नहीं थी।

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