नोएडा अथॉरिटी सीईओ का एक्शन : कर्मचारियों में मची खलबली, सैलरी कट कर कहा- समय पर पहुंचे दफ्तर...

नोएडा | 2 महीना पहले | Nitin Parashar

Tricity Today | निरीक्षण



Noida News : नोएडा अथॉरिटी सीईओ डॉ. लोकेश एम. एक्शन मोड में हैं। सीईओ लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर लगातार एक्शन ले रहे हैं। इसी क्रम में सीईओ ने लेट आने वाले अधिकारियों को फटकार लगाई है और एक दिन का वेतन काटा है। साथ ही लोकेश एम. ने कर्मचारियों से लेट आने का स्पष्टीकरण मांगा है। अधिकारियों के मुताबिक, ज्यादातर वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी सेक्टर 14ए में प्राधिकरण की आवासीय कॉलोनी में रहते हैं, जो सेक्टर-6 में प्राधिकरण के कार्यालय से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर है।

पब्लिक शिकायत के बाद लिया एक्शन
नोएडा अथॉरिटी सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों को सुबह 9.30 बजे रिपोर्ट करना होता है, लेकिन जनता से लगातार शिकायत मिल रही थी कि अधिकारी सुबह 10 बजे तक भी कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं। शाम को समय से पहले घर चले जाते हैं। शिकायत को संज्ञान में लेते हुए मंगलवार की सुबह 11:15 पर अथॉरिटी का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान 39 अधिकारी और कर्मचारी कार्यालय में अनुपस्थित पाए गए, जबकि उपस्थिति पंजिका में उनकी उपस्थिति दर्ज थी। इन अधिकारियों और कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया है।

कारण बताओ नोटिस जारी
निरीक्षण के दौरान विभाग की कार्य प्रणाली में सुधार करने के लिए विभिन्न प्रकार के निर्देश दिए गए। साथ ही, यह पाया गया कि आवासीय भूखंड विभाग के पिछले निरीक्षण के दौरान दिए गए निर्देशों का संतोषजनक अनुपालन नहीं किया गया था। इस कारण प्रबंधक आलोक अग्रवाल का वेतन रोकने और शासकीय दायित्वों के प्रति उदासीनता बरतने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी : सीईओ
सीईओ ने अथॉरिटी के सभी डिपार्टमेंट के अफसरों को कड़ी चेतावनी दी है। अब कर्मचारियों को निर्धारित समय पर कार्यालय पहुंचना होगा। कार्यालयों में देरी से आने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर वरना कार्रवाई की जाएगी। सीईओ ने कहा कि अथॉरिटी के अफसरों को हर दिन सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक जनता दरबार में लोगों की समस्या सुननी होगी। उन्होंने कहा कि कार्य में देरी के कारण न केवल विभाग की छवि खराब होती है, बल्कि काम में देरी के कारण सार्वजनिक शिकायतों को तुरंत संबोधित करने की हमारी क्षमता भी बाधित होती है। सीईओ का निर्देश है कि किसी भी तरीके की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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