नोएडा : प्राधिकरण को 400 करोड़ रुपये कम राजस्व मिला, इस साल भी आय में भारी कमी होगी, शहर के विकास पर पड़ेगा असर

नोएडा | 4 साल पहले | Anika Gupta

Google Image | प्रतीकात्मक तस्वीर



नोएडा प्राधिकरण उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा आय वाला प्राधिकरण है। पर वर्ष 2018-19 के मुकाबले 2019-20 में नोएडा प्राधिकरण को करीब 400 करोड़ रुपये की कम आय हुई है। कोरोना महामारी की वजह से दुनियाभर में अर्थव्यवस्था बुरी स्थिति में है। नोएडा प्राधिकरण में भी इसका असर दिखाई दे रहा है। साल 2020-21 में कोरोना वायरस  और उसके बाद हुए लॉकडाउन की वजह से प्राधिकरण की इनकम में भारी गिरावट की आशंका जताई जा रही है। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से प्राधिकरण को बहुत कम आय हुई है। जाहिर है, पैसों की कमी का असर शहर के विकास कार्यों पर दिखाई देगा।

नोएडा शहर का कुल क्षेत्रफल 19,600 हेक्टेयर है। शहर में विकास प्रक्रियांए अब अंतिम चरण में है। पर इसके लिए अधिकाधिक धन की जरूरत होगी। और धीरे-धीरे प्राधिकरण के आय के स्रोत बंद होते जा रहे हैं। मौजूदा स्थिति में प्राधिकरण के आय का जरिया सिर्फ लीज रेंट और परिसंपत्तियों से आने वाला किराया है। प्राधिकरण की व्यावसायिक, संस्थागत और आवासीय योजनाएं लगातार फेल हो रही हैं। ऐसे में स्थिति बदहाल हो सकती है। अधिकारियों ने बताया कि अब प्राधिकरण के पास सिर्फ 800 करोड़ की एफडी है। इस एफडी से मिलने वाले ब्याज से ही प्राधिकरण खर्चा चला रहा है। 

हालांकि प्राधिकरण का काफी पैसा बिल्डरों और अन्य पर बकाया है। प्राधिकरण का तकरीबन 35 हजार करोड़ से ज्यादा का बकाया बिल्डरों पर है। रियल एस्टेट भी बुरे दौर में है। इसलिए यह पैसा फिलहाल प्राधिकरण को वापस नहीं मिल पाएगा। नोएडा प्राधिकरण ने कई बड़ी परियोजनाओं में सैकड़ों करोड़ रुपये लगा दिया। पर इनसे अब तक आय की शुरुआत नहीं हुई है। इनमें नोएडा क्रिकेट स्टेडियम, हॉस्टल सहित दूसरी कई योजनाएं हैं। प्राधिकरण का प्लान था कि इन परियोजनाओं को तैयार कर आय का जरिया बढ़ाया जाए। पर प्रोजेक्ट में आने वाली अड़चनों ने सारी प्लानिंग पर पानी फेर दिया।

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