Noida : ग्रेटर नोएडा के संजय भाटी ने बाइक बोट कंपनी के माध्यम से हजारों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की है। अब बाइक बोट मामले में फंसे लोगों ने आत्मघाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। करोड़ों रुपए फंसने के बाद एक व्यक्ति ने जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया है। पीड़ित व्यक्ति का गंभीर हालत में एनसीआर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि व्यक्ति की हालत नाजुक बनी हुई है।
विभिन्न समस्याओं में परिवार ने छोड़ा साथ
सुरेंद्र सिंह अपने भाई धर्मेंद्र सिंह के साथ नोएडा में रहते है। सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उनके भाई धर्मेंद्र ने बैंक से 3 करोड़ रुपए का लोन लिया था। लोन लेने के बाद उनके भाई ने बाइक बोट योजना में 3 करोड़ का निवेश किया था, संजय भाटी और उसके साथियों ने उनको मोटा चूना लगाते हुए करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की थी। इस दौरान जब उनका भाई धर्मेंद्र विभिन्न समस्याओं से जूझ रहा था तो उनकी भाभी और भतीजे ने भी साथ छोड़ दिया। इसके अलावा बैंक ने भी उनके भाई के घर पर कब्जा कर लिया है। जिसकी वजह से उनके भाई धर्मेंद्र ने जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। उनका इलाज एनसीआर अस्पताल में चल रहा है।
42 हजार रुपए का स्कैम मानती है दिल्ली पुलिस
मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस बाइक बोट घोटाले को 42 हजार रुपए का स्कैम मानती है। इसके अलावा अभी तक 216 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी ईडी ने अटैच की है। इस पूरे मामले में पहला मुकदमा 12 जनवरी 2019 को दादरी कोतवाली में दर्ज हुआ था। अभी तक बाइक बोट घोटाले में 29 आरोपी जेल जा चुके हैं, जिसमें से 15 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हुई है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस ने अभी तक बाइक बोट घोटाले में शामिल कई आरोपियों की प्रॉपर्टी सीज की है।