नोएडा गार्डन गैलेरिया हत्याकांड : बृजेश के पिता बोले- रात में 3 बजे रोते हुए बहू ने बताया, पापा...बृजेश नहीं रहे, उसकी मां तभी से बेहोश है

नोएडा | 2 साल पहले | Pankaj Parashar

Tricity Today | बृजेश के पिता और माता



Noida News : नोएडा के गार्डन गैलेरिया मॉल में बाउंसरों का शिकार हुए बृजेश मूलरूप से बिहार के सिवान जिले के रहने वाले थे। बुधवार की दोपहर करीब 2:00 बजे उनका शव गांव में पहुंचा। शाम अंतिम संस्कार किया गया है। बृजेश की मां सोमवार की सुबह से अचेत हालत में हैं। परिवार की महिलाएं उन्हें किसी तरह संभाल रही हैं। पानी के छींटे मुंह पर डालकर बार-बार होश में लाया जाता है। होश आते ही वह फिर रोना शुरू कर देती हैं।

चीत्कारों से गूंज उठा सिवान का हसनपुरा गांव
बृजेश के पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ विगत 25 अप्रैल को ही साली की शादी में शामिल होकर नोएडा लौटे थे। वह अपनी मां से यह वादा करके आए थे कि 30 मई को होने वाले भतीजे के जनेऊ कार्यक्रम में जरूर आएंगे। लेकिन अचानक उनकी मौत की खबर से पूरा परिवार बिलख उठा है। जब बुधवार की दोपहर करीब 2:00 बजे बृजेश का शव गांव में पहुंचा तो चीत्कारों से पूरा गांव गूंज उठा। उनकी मां का हाल देखकर पत्थर दिल लोग भी रो पड़े।

"हमारे परिवार को किसी की नजर खा गई"
ब्रजेश के पिता श्रीकांत राय ने कहा, "बहू ने सुबह तीन बजे फोन करके इस घटना की जानकारी दी। बस, उसने इतना कहा कि पापा.. ब्रजेश नहीं रहे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट लगने की बात कही गयी है। 22 अप्रैल को ब्रजेश से बात हुई थी। भागलपुर में ब्रजेश की साली की शादी थी। उसके दो बच्चे हैं। एक बेटा और एक बेटी हैं। ब्रजेश इससे पहले पुणे में काम करता था। वह करीब 6 माह पहले ही नोएडा आया था। उसने नई कंपनी में नौकरी ज्वाइन की थी। हमारी बहू की नौकरी भी नोएडा के डीपीएस स्कूल में बतौर अध्यापिका लग गई थी। दोनों वहां खुशी-खुशी रह रहे थे। पता नहीं हमारे परिवार को किसकी नजर लग गई।"

"बृजेश बेहद मिलनसार और होनहार युवक थे"
बृजेश के परिवारिक सदस्य राजू राय ने कहा, "बृजेश नोएडा की कंपनी जेएलएन फीनिक्स एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड में बतौर परचेज मैनेजर चार माह पूर्व नियुक्त हुए थे। वह इससे पहले किसी कंपनी में काम करते थे। दो वर्ष पूर्व अपने दादा के देहांत होने पर घर आए थे। पिछले दिनों उनकी साली की शादी थी। तब भी वह परिवार के साथ आए थे। बृजेश शुरू से पढ़ने में बड़े होनहार थे। पढ़ाई-लिखाई करके उन्हें बिना किसी सिफारिश के पहले पुणे और फिर नोएडा में नौकरी मिल गई थी। गांव आते थे तो सबके पास बैठकर खूब बतियाते थे।"

गार्डन गैलेरिया मॉल के 'लॉस्ट लेमन' बार में हुई हत्या
नोएडा गार्डन गैलरिया मॉल के 'लॉस्ट लेमन' रेस्टोरेंट बार में सोमवार की देर रात बृजेश राय की हत्या कर दी गई। वह बिहार के सिवान जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र में हसनपुरा गांव के रहने वाले थे। उनका शव बुधवार की दोपहर गांव में पहुंच गया है। जहां उनका आज अंतिम संस्कार किया गया। इस खबर के बाद गांव में मातम छाया हुआ है। अपने बेटे की मौत की खबर सुनने के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल है। दो भाई और एक बहन में सबसे छोटा बृजेश था। बड़ा भाई बेंगलुरु में इंजीनियर है। पिता श्रीकांत राय रिटायर्ड इंजीनियर हैं। पुलिस ने इस मामले में गार्डन गैलेरिया के लॉस्ट लेमन्स बार के 7 कर्मचारियों को गिरफ्तार कर गुरुवार की दोपहर अदालत में पेश किया है। न्यायालय ने सभी को जेल भेज दिया है।

सोमवार की रात माता-पिता से बृजेश ने बात की थी
पूरे हसनपुरा गांव में मातम का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार की रात आखिरी बार बृजेश ने अपने माता-पिता से बात की थी। गर्मी की छुट्टी में परिवार सहित गांव आने की बात बृजेश ने मां से कही थी लेकिन देर रात 3 बजे फोन की घंटी बजी तो बेटे की मौत की खबर सुनकर मां अचेत हो गई। वह तब से बेहोश ही हैं। होश आता है तो रोने लगती हैं। बृजेश का शव बुधवार की दोपहर 2 बजे गांव में पहुंच गया था। इस घटना की सूचना के बाद आसपास के गांवों के लोग बड़ी संख्या में बृजेश के घर पहुंच गए। अंतिम संस्कार गांव में किया गया। राय के पोस्टमार्टम के बाद परिवार वाले नोएडा से शव को लेकर सिवान के लिए मंगलवार देर शाम निकल गए थे। गांव वालों का कहना है कि बृजेश काफी होनहार और मिलनसार था। उसकी यादें गांव में हमेशा रहेंगी।

अन्य खबरें