Tricity Today | अखिलेश यादव और धर्मेंद्र यादव से मिले प्रताप चौहान
Noida News : गौतमबुद्ध नगर (Gautam Buddha Nagar) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के जिलाध्यक्ष रह चुके प्रताप चौहान ने सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और सांसद धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) से मुलाकात की। हाल में वह पार्टी कार्यक्रम में नज़र आए, उसके बाद विवादों का दौर शुरू हो गया। अब प्रताप चौहान ने ट्राईसिटी टुडे से बात की और स्थिति स्पष्ट की है।
लंबे समय तक जिलाध्यक्ष रहे
उत्तर प्रदेश में जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी तो प्रताप चौहान गौतमबुद्ध नगर में सपा जिलाध्यक्ष रहे थे। प्रताप चौहान काफी लंबे समय तक गौतमबुद्ध नगर में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष के रूप में रह चुके हैं और उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान काफी लोगों को पार्टी से जोड़ा था। वह वर्ष 2014 और 2017 के बीच जिलाध्यक्ष रहे थे। उस दौरान उन्होंने पार्टी को मजबूत करने का काम किया, लेकिन उसके बाद उनको जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया गया। जिला अध्यक्ष पद से हटाने के बाद वह पार्टी से दूर होते जा रहे थे। अब उन्होंने दोबारा से समाजवादी पार्टी में सक्रियता बढ़ाई है।
मैं सपा का सिपाही हूं : प्रताप चौहान
दो दिनों से चल रहे विवाद पर 'ट्राईसिटी टुडे' ने प्रताप चौहान से बात की। प्रताप चौहान ने कहा, “मैं कभी भारतीय जनता पार्टी में नहीं गया। मेरे साथ एक राजनीतिक साजिश हुई थी। मैं सपा का सिपाही हूं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से 8 अगस्त को दिल्ली में मुलाकात की थी। मैंने उनसे आशीर्वाद लिया था। मैंने इसके बाद सांसद धर्मेंद्र यादव जी से मुलाकात की थी। अखिलेश यादव जी हमेशा से मेरे मार्ग दर्शक रहे हैं और रहेंगे। मुझे जिलाध्यक्ष ने नहीं बुलाया था। पार्टी का राष्ट्रीय कार्यक्रम था। मैं सपा का सिपाही होने के नाते उस कार्यक्रम में गया था। पार्टी का पूर्व जिलाध्यक्ष हूं। मुझे इसी वजह से जिलाध्यक्ष ने सम्मान दिया। मैं उनका आभारी हूं, लेकिन इस मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। हम सभी का संयुक्त उद्देश्य समाजवादी पार्टी को आगे बढ़ाना होना चाहिए।”
"प्रताप चौहान के बहाने जिलाध्यक्ष को निशाना बनाना गलत"
समाजवादी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "प्रताप चौहान समाजवादी पार्टी के बेहद अनुशासित कार्यकर्ता रहे हैं। अब एक बार फिर उनकी सक्रियता बढ़ी है, जिससे गौतमबुद्ध नगर के मौजूदा जिलाध्यक्ष के ख़िलाफ़ गुटबंदी करने वाले नेता परेशान हैं, वे प्रताप चौहान के नाम पर जिलाध्यक्ष को निशाना बना रहे हैं। ऐसे वक़्त में अब पार्टी को अपने पुराने नेताओं और ज़्यादा से ज़्यादा नए लोगों को जोड़ने की ज़रूरत है, उस समय में इस तरह के विवाद पार्टी को कमज़ोर करेंगे। लिहाज़ा, गुटबंदी के आधार पर प्रताप चौहान के ज़रिए जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी को निशाना बनाना उचित नहीं है।"