Noida News : नोएडा के सेक्टर-35 में स्थित मोरना बस अड्डे का नाम बदलने की मांग आर्य प्रतिनिधि सभा ने की है। आर्य प्रतिनिधि सभा के जिला उपाध्यक्ष आनंद आर्य ने कहा कि भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रदेश सरकार ने एक अनूठी पहल की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों पर यूपी के बस अड्डों का नामकरण स्वतंत्रता संग्राम के महान नायकों के नाम पर किया जा रहा है। यह कदम देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ युवा पीढ़ी को उनके बलिदान से प्रेरित करने का प्रयास है।
इसलिए शहीद भगत सिंह के नाम पर हो बसअड्डा
इसी क्रम में दादरी बस अड्डे का नाम एक प्रसिद्ध क्रांतिकारी के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखा गया है। इस पहल को आगे बढ़ाते हुए आर्य प्रतिनिधि सभा ने एक महत्वपूर्ण सुझाव दिया है। संस्था ने नोएडा स्थित मोरना बस अड्डे का नाम महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने का अनुरोध किया है। इस प्रस्ताव के पीछे एक ऐतिहासिक महत्व छिपा है। नोएडा के नलगढ़ा गांव का शहीद भगत सिंह के जीवन में विशेष स्थान रहा है। यह गांव न केवल उनकी शरण स्थली थी, बल्कि उनकी कर्मभूमि भी रही है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार भगत सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर यहीं बम का निर्माण किया था।
स्वतंत्रता सेनानी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि
आर्य प्रतिनिधि सभा का मानना है कि मोरना बस अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखना न केवल इस महान स्वतंत्रता सेनानी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी, बल्कि यह युवा पीढ़ी को भी प्रेरित करेगा। यह नामकरण भगत सिंह के बलिदान और उनके आदर्शों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक प्रभावी माध्यम बन सकता है। इस ऐतिहासिक तथ्य की पुष्टि करते हुए आज भी गांव में बम निर्माण में प्रयुक्त दो पत्थर सुरक्षित हैं, जो इस स्थान के महत्व को रेखांकित करते हैं।