नोएडा का बड़ा मुद्दा : 8 महीनों में आए एक लाख डॉग बाइट केस, अब कुत्तों की गणना करेगा प्रशासन

नोएडा | 2 महीना पहले | Mayank Tawer

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Noida News : शहर में कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ते हुए अब प्रशासन के लिए एक गंभीर चुनौती बन गई हैं। डॉग बाइट के मामलों ने लोगों के बीच भय पैदा कर दिया है। इस समस्या पर काबू पाने के लिए "वर्ल्ड रैबीज डे" के मौके पर सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए कुत्तों की गणना कराने का फैसला लिया है। इस गणना के माध्यम से जिले में कुत्तों की सटीक संख्या का आकलन किया जाएगा, जिससे आवारा कुत्तों से संबंधित समस्याओं को प्रभावी ढंग से सुलझाया जा सके और डॉग बाइट की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

एक लाख डॉग बाइट केस, स्वास्थ्य विभाग हुआ परेशान
डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस अधिकारी डॉ.टीकम सिंह ने बताया कि जनवरी से अगस्त 2024 तक नोएडा जिले में एक लाख से करीब डॉग बाइट के मामले सामने आए हैं। इन 8 महीनों में हुई इस भारी संख्या ने स्वास्थ्य विभाग को भी चिंतित कर दिया है। अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना 250 से 350 मरीज एंटी रैबीज वैक्सीन के लिए आ रहे हैं। इसे देखते हुए विभाग ने जिले की सीएचसी और पीएचसी समेत सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज वैक्सीन की मुफ्त व्यवस्था कराई है।

अक्टूबर से शुरू होगी कुत्तों की गणना
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.विपिन अग्रवाल ने बताया कि अक्टूबर 2024 से कुत्तों की गणना शुरू की जाएगी। इसे 31 दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसके लिए 80 लोगों की एक विशेष टीम गठित की गई है। जो शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों दोनों में काम करेगी। इस टीम की जिम्मेदारी होगी कि वह हाइराइज सोसाइटियों और अन्य क्षेत्रों में कुत्तों की नस्लों के साथ उनकी संख्या की सटीक जानकारी एकत्र करे। टीम मोबाइल और वेब एप्लीकेशन का उपयोग कर कुत्तों के बारे में नस्ल-विशिष्ट डेटा जुटाएगी।

नसबंदी और टीकाकरण की होगी योजना
इस गणना से प्राप्त आंकड़ों का उपयोग आवारा कुत्तों की नसबंदी, टीकाकरण और उनकी सुरक्षा के लिए बेहतर नीतियों के निर्माण में किया जाएगा। साथ ही इस पहल से डॉग बाइट की घटनाओं में कमी लाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। जिससे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।

फ्री में एंटी रैबीज वैक्सीनेशन की सुविधा
स्वास्थ्य विभाग की ओर से एंटी रैबीज वैक्सीनेशन की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध कराई गई है। पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. अमित कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल के साथ-साथ भंगेल, बिसरख, बादलपुर, दादरी, ढाडा, जेवर और जिले की 6 सीएचसी के साथ 21 पीएचसी में भी यह सुविधा दी गई है। इसके अलावा चाइल्ड पीजीआई में भी मुफ्त वैक्सीन लगाई जा रही है। हालांकि, प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को एंटी रैबीज वैक्सीन के लिए 350 रुपये का भुगतान करना पड़ता है।

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