बड़ी खबर : नोएडा के बिल्डरों में मची खलबली, गार्डन गैलरिया मॉल पर ED का कब्जा, बेनामी संपत्ति से जुड़ा मामला

नोएडा | 2 साल पहले | Nitin Parashar

Google Image | Garden Galleria Mall



Noida : बेनामी संपत्ति मामले में ED ने यूनिटेक ग्रुप (Unitech Group) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ED ने नोएडा सेक्टर-38ए में बने गार्डन गैलेरिया मॉल (Garden Galleria Mall) के 40% हिस्से को अपने कब्जे में ले लिया है। जब्त किए गए इस एरिया का क्षेत्रफल 1 लाख 40 हज़ार वर्ग मीटर है। वहीं बाजार में इस जमीन की कीमत लगभग 65 करोड़ 32 लाख रुपये बताई जा रही है। ईडी इस मामले में अब तक यूनिटेक ग्रुप की 1132.55 करोड़ की सम्पति कुर्क कर चुकी है। कुर्क की गई 65.32 करोड़ रुपये की संपत्ति यूनिटेक की रेंचेरो सर्विसेज लिमिटेड साइप्रस के पास थी, जो यूनिटेक प्रमोटर्स की एक बेनामी विदेशी कंपनी है। 

8 मिलियन डॉलर का निवेश
ईडी की एक जांच से पता चला है कि यूनिटेक ग्रुप ने 2007-2008 में यूनिटेक होटल्स प्राइवेट लिमिटेड में एक बेनामी कंपनी रैनचेरो सर्विसेज लिमिटेड, साइप्रस के सहयोग से 8 मिलियन डॉलर का निवेश किया था। ED की जांच में अब तक 6500 करोड़ के लेनदेन के सबूत मिल चुके है। जबकि बाकी सबूतों को एजेंसी के अधिकारी खंगालने में लगे हैं। ईडी ने अपने बयान में कहा कि रैंचेरो सर्विसेज लिमिटेड, साइप्रस, यूनिटेक प्रमोटर्स के स्वामित्व में है और उनकी ओर से एक विदेशी ट्रस्ट के माध्यम से प्रबंधित किया जा रहा था।

आरोपी मुंबई में काट रहे हैं सजा
इस जांच के दौरान ईडी ने यूनिटेक के पांच प्रमोटरों और निदेशकों संजय चंद्रा, अजय चंद्रा, रमेश चंद्र, प्रीति चंद्रा और राजेश मलिक को गिरफ्तार किया। सभी आरोपी मुंबई की जेल में सजा काट रहे हैं। इस मामले में ईडी ने दो अभियोजन शिकायतें या चार्जशीट दायर की हैं और पीएमएलए अदालत ने उनका संज्ञान लिया है। एजेंसी ने कुर्की आदेशों के बाद से 1132.55 करोड़ की घरेलू और विदेशी संपत्ति कुर्क की है, जिसमें गार्डन गैलरिया भी शामिल है।

नामी कंपनियां शामिल
अटैचमेंट में कार्नौस्टी ग्रुप, शिवालिक ग्रुप, त्रिकार ग्रुप की संपत्ति के अलावा शेल, बेनामी और चंद्रा की निजी कंपनियों की संपत्तियां और अन्य शामिल हैं। एजेंसी को शक है कि यह काला धन भ्रष्ट कारोबारियों, राजनेताओं और अफसरों का हो सकता है, जिसे विदेशी कंपनी में निवेश की आड़ में सफेद करने की कोशिश की गई है। ED के अधिकारी यूनिटेक ग्रुप के पास अरबों रुपये का भंडार कहां से आया, इसकी जांच कर रही है। मामले में आने वाले दिनों में बड़े खुलासे होने की आशंका जताई जा रही है।

अन्य खबरें