ट्राईसिटी टुडे ने उठाया मुद्दा : नोएडा में अभिभावकों का बढ़ा आक्रोश, कहा- रेपिस्ट को पनाह देने वाली कैम्ब्रिज स्कूल की प्रिंसिपल को जेल भेजो

नोएडा | 4 घंटा पहले | Mayank Tawer

Tricity Today | नोएडा में अभिभावकों का बढ़ा आक्रोश



Noida News : शिक्षा के मंदिर में अब हैवान रहने लगे हैं। नोएडा के कैम्ब्रिज स्कूल में एक मासूम बच्ची के साथ डिजिटल रेप की वारदात का अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद हजारों अभिभावक आक्रोशित हो गए हैं। शनिवार को नोएडा के सेक्टर-27 में स्थित कैम्ब्रिज स्कूल के खिलाफ अभी हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान अभिभावकों ने कहा कि रेपिस्ट को पनाह देने वाली कैंब्रिज स्कूल की प्रिंसिपल को भी जेल भेजना चाहिए, वह अभी तक बाहर कैसे हैं? इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, लेकिन प्रिंसिपल भी इसमें आरोपी है। सब कुछ जानते हुए भी कैम्ब्रिज स्कूल की प्रिंसिपल प्रीति ने मामले को दबाया।

जानिए पूरा मामला 
यह पूरा मामला 9 अक्तूबर का है। बच्ची के पिता की शिकायत पर थाना सेक्टर-20 पुलिस ने केस दर्ज कर स्कूल के कर्मचारी हाउसकीपिंग स्टाफ नित्यानंद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बाद में यह मामला मीडिया में सुर्खियों में रहा। जिसके बाद पुलिस की भी काफी किरकिरी हुई। जिसके बाद पुलिस ने दावा किया कि जांच के दौरान आरोपी टीचर मधु और स्कूल ऑफिस एडमिनिस्ट्रेटर दया महतो गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। 

पुलिस कोर्ट में हुई नाकाम और मिल गई जमानत 
पुलिस ने दावा किया है कि टीचर टीचर मधु और स्कूल ऑफिस एडमिनिस्ट्रेटर दया महतो के खिलाफ साक्ष्य मिलने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि इन दोनों ने घटना को छिपाने में भूमिका निभाई थी। फिर कोर्ट ने किस वजह से इन दोनों आरोपियों को जमानत देदी। इसका मतलब पुलिस मजबूती के साथ कोर्ट में अपना पक्ष रखने में नाकाम रही। वहीं, कोर्ट द्वारा क्लास टीचर और स्कूल प्रशासक को जमानत दिए जाने से पीड़ित परिवार और अन्य अभिभावकों में रोष है।

गेट पर अभिभावकों का धरना
स्कूल प्रबंधक की मनमानी को देखकर मौके पर मौजूद बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल गेट पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्कूल प्रबंधक से मिलने आए अभिभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधक ने मेल पर मिलने का समय दिया था। इसके बावजूद स्कूल के सुरक्षाकर्मी स्कूल प्रबंधक के आदेश पर हमें मिलने के लिए अंदर नहीं जाने दे रहे हैं। स्कूल प्रशासन की मनमानी को देखकर प्रिंसिपल का घंटों इंतजार करने के बाद मौके पर मौजूद अभिभावक भड़क गए।

बच्चे यहां सुरक्षित नहीं
एक अभिभावक ने कहा कि जूनियर विंग कक्षा में बच्चों की देखभाल के लिए महिला स्टाफ होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि हम स्कूल प्रबंधक से मिलकर बच्चों की सुरक्षा के बारे में बात करना चाहते हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधन हमसे मिल तक नहीं रहा है, अपनी गलती नहीं मान रहा है। हमारे बच्चे यहां सुरक्षित नहीं हैं।

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