एमिटी विश्वविद्यालय में संगोष्ठी : शोधार्थियों ने प्रस्तुत किए विचार, वृद्धजनों के लिए नीतियों की हुई समीक्षा

नोएडा | 3 घंटा पहले | Sachin Ahlawat

ट्राई सिटी | संगोष्ठी में भाग लेते अतिथि



Noida News : नोएडा के एमिटी विश्वविद्यालय में 17-18 अक्टूबर को वृद्धजन मुद्दों पर दो दिवसीय राज्य स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन एमिटी इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज ने राष्ट्रीय सामाजिक रक्षा संस्थान और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से किया। संगोष्ठी में विभिन्न विषयों पर गहन चर्चा की गई। इसके अलावा, 'सामाजिक जुड़ाव और सामुदायिक संबंध' और परिवार के सदस्यों की देखभाल जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी विचार-विमर्श हुआ।
 
शोधार्थियों ने प्रस्तुत किए अपने शोध पत्र 
संगोष्ठी के दौरान उत्तर प्रदेश राज्य के शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए, जिससे विभिन्न दृष्टिकोण सामने आए। इस अवसर पर शोध पत्रों के सार और संगोष्ठी से मिली प्रमुख अंतर्दृष्टियों का संकलन भी जारी किया गया, जो भविष्य के संदर्भ और नीति निर्माण के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है। संगोष्ठी का उद्देश्य नीति निर्माताओं, शोधकर्ताओं, स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों, समाज सेवकों, और अन्य हितधारकों को एकत्रित करना था, ताकि वृद्धजनों से जुड़े मुद्दों पर प्रभावी चर्चा की जा सके। इस लक्ष्य को सफलतापूर्वक पूरा किया गया, जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में कदम बढ़ाए जा सके।

वृद्धजनों के लिए मौजूदा नीतियों की समीक्षा की
इस संगोष्ठी ने वृद्धजनों से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श का अवसर प्रदान किया। भारत में बढ़ती वृद्ध आबादी के मद्देनजर इस तरह के आयोजनों का महत्व और भी बढ़ जाता है। विशेषज्ञों ने वृद्धजनों के लिए मौजूदा नीतियों की समीक्षा की और उन्हें और अधिक प्रभावी बनाने के सुझाव दिए। बुढ़ापे के सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर भी चर्चा की गई। संगोष्ठी के दौरान वृद्धजनों के सामाजिक जुड़ाव और सामुदायिक संबंधों के महत्व पर जोर दिया गया। साथ ही परिवार के सदस्यों द्वारा वृद्धजनों की देखभाल और समर्थन के विषय पर भी विस्तृत चर्चा हुई। 

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