Noida News : नोएडा के कैंब्रिज स्कूल में साढ़े तीन साल की बच्ची से डिजिटल रेप की घटना सामने आई। क़रीब दस दिनों तक गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन, पुलिस और शिक्षा विभाग चुप्पी साधकर बैठे रहे। शनिवार को अभिभावकों को ग़ुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर हंगामा किया। इसके बाद स्कूल की प्रिंसिपल और हेड मिस्ट्रेस को हटाया गया है। अब इस पूरे मामले में कांग्रेस की नेत्री पंखुड़ी पाठक ने जनप्रतिनिधियों पर हमला बोला है। पंखुड़ी पाठक ने सोशल मीडिया पर लिखा, “इतना बड़ा हादसा हुआ.. ना कोई उच्च अधिकारी दिखा, ना कोई जनप्रतिनिधि।” पंखुड़ी ने आगे लिखा है, “नोएडा की जनता बस वोट और टैक्स देने के लिए है, इनके लिए कोई नहीं है।” पंखुड़ी पाठक उत्तर प्रदेश कांग्रेस की सोशल मीडिया हेड हैं।
जिलाध्यक्ष दीपक भाटी चोटीवाला कहा-
गौतमबुद्ध नगर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दीपक भाटी चोटीवाला ने भी इस पूरे प्रकरण पर प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) जिले में कैम्ब्रिज जैसे सभी नामी संस्थान स्कूल नहीं रह गये हैं, बिज़नेस मॉडल बन गए हैं। इनमें पढ़ रहे नौनिहालों का भविष्य और जीवन अंधकारमय है।” दीपक ने आगे लिखा है, “इस सबका कारण योगी जी की सरकार में उत्तर प्रदेश की सरकारी मशीनरी का नाकारापन और लचर शिक्षा व्यवस्था है।”
पुलिस और प्रशासन ने मामले को दबाया
यह पूरी घटना 9 अक्तूबर की है। बच्ची के पिता जब उसे डॉक्टर के पास ले गए तो यह पूरा मामला खुला। बच्ची ने अपनी मां को पूरी घटना के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही बताया कि स्कूल की क्लास टीचर ने मम्मी और पापा से इस बारे में बताने से मना किया था। अपनी बच्ची के साथ हुई घटना को सुनकर उनके होश उड़ गए। पिता का आरोप है कि इस घटना को लेकर स्कूल मैनेजमेंट ने उनकी एक न सुनी। पुलिस से शिकायत करने पर आरोपी हाउसकीपिंग स्टॉफ नित्यानंद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया और इस मामले को दबा दिया गया। बताया जाता है कि इस मामले को पुलिस और प्रशासन पांच दिन तक दबाए रखा।
ट्राईसिटी टुडे के खुलासे के बाद मचा हड़कंप
इस पूरे मामला का 14 अक्तूबर को सबसे पहले ट्राईसिटी टुडे ने खुलासा किया था। जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस की तरफ से रिप्लाई आया कि घटना पांच दिन पहले की है। इस मामले में बच्ची के साथ गलत हरकत करने वाले स्कूल कर्मचारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इसके बाद ट्राईसिटी टुडे इस मामले में स्कूल मैनेजमेंट और इस घटना के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने को लेकर पुलिस और प्रशासन को चेताता रहा। लेकिन जिला प्रशासन कुंभकरण की नींद में सोया रहा। जबकि मामला ज्यादा हाईलाइट होने पर पुलिस ने क्लास टीचर और स्कूल एडमिनिस्ट्रेटर को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन उन्हें भी सबूतों के अभाव के चलते जमानत मिल गई।