बड़ी खबर : नोएडा के इस स्थान पर बनेगा नया फ्लाईओवर, सीईओ लोकेश एम ने शुरू किया काम

नोएडा | 3 महीना पहले | Mayank Tawer

Tricity Today | Noida



Noida News : छिजारसी और पर्थला सिग्नेचर ब्रिज पर यातायात को सुगम बनाने के लिए दो प्रमुख परियोजनाओं की योजना पर काम शुरू हो गया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने छिजारसी के सामने फ्लाईओवर और पर्थला सिग्नेचर ब्रिज के नीचे अंडरपास के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। ये दोनों परियोजनाएं फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (एफएनजी) कॉरिडोर के हिस्से में आने वाली हैं, जिससे इस क्षेत्र में यातायात की सुगमता में उल्लेखनीय सुधार होने की उम्मीद है।

प्राधिकरण ढूंढ रही विशेषज्ञ एजेंसी
प्राधिकरण ने इन दोनों परियोजनाओं के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए एक विशेषज्ञ एजेंसी के चयन की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। चुनी जाने वाली एजेंसी से यह अपेक्षा की जाएगी कि वह दोनों स्थानों पर यातायात के मौजूदा दबाव, परियोजनाओं की आवश्यकताओं, और भविष्य की जरूरतों का विस्तृत अध्ययन कर एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करे। इस रिपोर्ट के आधार पर ही प्राधिकरण इन परियोजनाओं की लागत का आंकलन करेगा और निर्माण के लिए आवश्यक धनराशि आवंटित करेगा।

इस बार क्या होगा खास?
प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार डीपीआर तैयार होने के बाद ही निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी। छिजारसी के सामने बनने वाला फ्लाईओवर करीब 600 मीटर लंबा होगा और यह दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पास से आरंभ होकर एक महत्वपूर्ण ट्रैफिक जंक्शन को सुचारू करेगा। इस फ्लाईओवर के दोनों ओर सर्विस लेन का निर्माण किया जाएगा ताकि नीचे के यातायात को बिना किसी रुकावट के निर्बाध रूप से चलने दिया जा सके।

जाम की स्थिति होगी कम
वर्तमान में छिजारसी के सामने ट्रैफिक जाम एक गंभीर समस्या बन चुका है। विशेष रूप से सुबह और शाम के समय इस क्षेत्र में लंबा जाम लगता है, जिससे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से विजय नगर की ओर आने वाले वाहनों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सड़क की कम चौड़ाई, सड़क पर अवैध रूप से खड़ी गाड़ियां और बाजार का अतिक्रमण जाम के प्रमुख कारण हैं। कई बार वाहन चालकों को इस जाम में एक घंटे तक फंसे रहना पड़ता है, जिससे समय और ईंधन की बर्बादी होती है।

विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा
फ्लाईओवर और अंडरपास बनने के बाद इस क्षेत्र में यातायात का दबाव काफी हद तक कम होने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय निवासियों और नियमित यात्रियों को राहत मिलेगी। इन परियोजनाओं के पूरा होने से एफएनजी पर सफर भी अधिक सुगम और सुरक्षित हो जाएगा, जो क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

अन्य खबरें