Noida News : सेक्टर-62 स्थित रामलीला मैदान में श्रीराम मित्र मंडल द्वारा आयोजित रामलीला के तीसरे दिन की झलकियां देखने को मिलीं। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कैप्टन विकास गुप्ता और फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
रामलीला का मंचन
रामलीला के इस दिन कई रोचक प्रसंगों का मंचन किया गया। पहले दृश्य में, राजा जनक के दूत का ऋषि विश्वामित्र के आश्रम में आगमन दिखाया गया। दूत ने ऋषि को सीता स्वयंवर की जानकारी दी और उन्हें निमंत्रण दिया। इसके बाद राजा जनक द्वारा सीता को पाने की कहानी प्रस्तुत की गई। मिथिला में पड़े सूखे से परेशान राजा ने वशिष्ठ ऋषि के सुझाव पर यज्ञ किया और धरती जोतते समय उन्हें एक सुंदर कन्या मिली, जिसे उन्होंने सीता नाम देकर अपनी पुत्री बना लिया।
अहिल्या का उद्धार
अगले दृश्य में राम और लक्ष्मण का मुनि विश्वामित्र के साथ यात्रा करते हुए एक विशेष आश्रम में पहुंचना दिखाया गया। यहां राम ने अहिल्या का उद्धार किया, जो श्राप के कारण पत्थर बन गई थीं। राम के चरण स्पर्श से अहिल्या मुक्त हुईं और अपने पति लोक को चली गईं।
आगामी दिन में धनुष भंग
रामलीला के अंतिम दृश्य में राम और लक्ष्मण को जनकपुर बाजार में घूमते हुए दिखाया गया। यहां विभिन्न प्रकार के पकवान और मिठाइयों की दुकानें सजी थीं। इसके बाद, माता सीता को मनचाहे वर के लिए माता गौरी की पूजा करते हुए दिखाया गया, जिसमें वह राम को वर के रूप में पाने की कामना कर रही थीं। आगामी दिन में धनुष भंग, परशुराम का क्रोध और वरमाला जैसे प्रसंगों का मंचन किया जाएगा।