पुलिस का शिकंजा : नोएडा का सबसे बड़ा धोखेबाज निकला सनशाइन बिल्डर हरेंद्र यादव, अब तक 100 फ्रॉड की फाइल जब्त

नोएडा | 2 महीना पहले | Mayank Tawer

Tricity Today | हरेंद्र यादव



Noida News : सेक्टर-78 स्थित सनशाइन बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों की जांच को लेकर नोएडा पुलिस ने अपने अभियान को तेज कर दिया है। जांच के तहत पुलिस ने बिल्डर के कार्यालय और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की। जिसके दौरान लगभग 100 महत्वपूर्ण फाइलें, हार्ड डिस्क, दो लैपटॉप और कई मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। पुलिस का दावा है कि उन्हें मौके से कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं। जो इस मामले में महत्वपूर्ण साक्ष्य साबित हो सकते हैं।

अब पूछताछ शुरू
इस मामले में पुलिस ने बिल्डर के करीबियों से पूछताछ शुरू कर दी है। यह पूछताछ उस धोखाधड़ी के संबंध में की जा रही है। जिसके तहत सोसायटी की मूलभूत सुविधाओं को अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन (AOA) को ट्रांसफर नहीं किया गया। जांच के दौरान मिले दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों की जांच की जा रही है। जिससे मामले से जुड़ी और भी जानकारी सामने आ सके।

एसोसिएशन की शिकायत पर एक्शन
इस मामले की शुरुआत सनशाइन हिलियोस अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन द्वारा की गई शिकायत से हुई। बीते 1 सितंबर को एसोसिएशन ने सनशाइन ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन हरेंद्र यादव, कृष्ण कुमार और अनिल प्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी का नामजद केस दर्ज कराया था। शिकायत में आरोप लगाया गया कि बिल्डर ने सोसायटी की सुविधाओं को एओए को ट्रांसफर करने के संबंध में नोएडा प्राधिकरण के 9 आदेशों की अवहेलना की। 

बिजली बिल में भी गड़बड़ी के आरोप
शिकायत में यह भी कहा गया है कि बिल्डर ने जून-जुलाई 2022 तक सोसायटी के निवासियों से बिजली का बिल वसूला, लेकिन जब एओए ने बिल का भुगतान करने की कोशिश की तो उन्हें पता चला कि बिल पहले ही बकाया है। यह आरोप लगाया गया है कि लगभग 80 लाख रुपये की राशि वसूलने के बाद भी बिल्डर ने बिजली विभाग में बिल जमा नहीं किया। इसके चलते 1 जुलाई 2022 को सोसायटी का बिजली कनेक्शन काट दिया गया था। इस घटना ने निवासियों को भारी परेशानी में डाल दिया और मामला अब थाने तक पहुंच गया है।

पुलिस का एक्शन जारी रहेगा
नोएडा पुलिस इस मामले में बेहद गंभीरता से जांच कर रही है और सभी संभावित पहलुओं पर ध्यान दे रही है। दस्तावेज़ों की विस्तृत जांच और आरोपियों से पूछताछ के बाद ही इस मामले में आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। पुलिस का कहना है कि यदि जांच के दौरान और भी महत्वपूर्ण तथ्य सामने आते हैं तो इस मामले में और भी आरोपियों को सम्मिलित किया जा सकता है।

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