नोएडा पारस टिएरा लिफ्ट हादसा : साल 2018 में तैयार हुआ था लिफ्ट एंड एलिवेटर बिल का मसौदा, पांच साल बाद भी नहीं बना कानून

नोएडा | 1 साल पहले | Subodh Kumar

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नोएडा। गगनचुंबी इमारतों के शहर नोएडा में लिफ्ट खराब होना, उसमें घंटों फंसे रहना हर दिन की कहानी बनकर रह गई है। लेकिन, गुरुवार की रात सेक्टर-137 स्थित पारस टिएरा हाउसिंग सोसाइटी में लिफ्ट टूटकर गिरने से एक महिला की मौत हो गई। इस हादसे के बाद हादसे की शिकार हुई महिला के परिजनों ने सोसाइटी के अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष, महासचिव और उपाध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस बीच, एक बार फिर प्रदेश में लिफ्ट एक्ट लागू करने की मांग तेज हो गई है। 

तार टूटते ही हुई तेज आवाज
पारस टिएरा हाउसिंग सोसाइटी के टॉवर नंबर 24 में रहने वाली 70 वर्षीय महिला सुशीला देवी गुरुवार की शाम किसी काम से नीचे जा रही थीं। वह अपने बेटे और बहू के साथ यहां सोसाइटी में रहती थीं। लोगों ने बताया कि अचानक लिफ़्ट का तार टूट गया, जिससे तेज झटका लगा। लिफ़्ट बीच की मंज़िल पर आकर अटक गई। किसी तरह लोगों को इस हादसे की जानकारी मिली। इस हादसे की सूचना मेंटीनेंस डिपार्टमेंट को दी गई। सुरक्षाकर्मी और मेंटीनेंस डिपार्टमेंट के कर्मचारियों ने लिफ़्ट खोलकर सुशीला देवी को बाहर​ निकाला। लेकिन, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। 

पुलिस की गाड़ी से महिला को लगी टक्कर पर बवाल
हादसे के बाद सोसाइटी में कोहराम मच गया। गुस्साए रेजिडेंट्स ने बवाल काट दिया। उनका आरोप है कि सोसाइटी के अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन के लोग उनकी समस्याओं पर गौर ही नहीं करते हैं। लिफ्ट की खराबी के बाबत पहले भी शिकायत की गई, लेकिन उसका समाधान नहीं निकाला गया। उनका आरोप है कि एओए की उदासीनता के कारण ही एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। इस घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को भी निवासियों के गुस्से को झेलना पड़ा। इसी बीच, पुलिस की गाड़ी से एक महिला को धक्का लग गया। इससे लोग और भड़क गए। महिला पुलिस की गाड़ी के सामने की बैठ गई। लोगों ने उसे उठाने की कोशिश की, लेकिन महिला यह कहते हुए गाड़ी के सामने बैठी रही कि मेरे ऊपर गाड़ी चढ़ा दो। काफी देर तक गरमा गरमी के बाद मामला शांत हुआ। 

लिफ्ट हादसा दुर्भाग्यपूर्ण
इस बीच, गौतमबुद्ध नगर विकास समिति ने एक बार फिर यूपी में लिफ्ट एक्ट लागू करने की मांग उठाई है। समिति की अध्यक्ष रश्मि पांडेय ने पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी के लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद, यूपी के संयुक्त सचिव भास्कर पांडेय को पत्र भेजकर यूपी में तत्काल लिफ्ट एक्ट लागू करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि समिति काफी दिनों से लिफ्ट एक्ट लागू कराने की कोशिश में लगी है। पहले भी कई बार अनुरोध पत्र भेजा गया, लेकिन अब तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई। रश्मि पांडेय ने कहा कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद में हजारों की संख्या में हाइराइज बिल्डिंग है। इनमें रहने वालों को आवागमन के लिए लिफ्ट और एलिवेटर पर निर्भर रहना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हर दिन किसी न किसी सोसइटी में लिफ्ट के खराब होने और उसमें लोगों के फंसने की खबरें आती रहती हैं। लेकिन, अब पारस टिएरा में बड़ा हादसा हो गया। यहां लिफ्ट टूटने से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। 

साल 2018 से लटका है लिफ्ट एंड एलिवेटर बिल 
गौतमबुद्ध नगर विकास समिति की अध्यक्ष रश्मि पांडेय ने बताया कि उत्तर प्रदेश में लिफ्ट एक्ट कई सालों से लंबित है। राज्य के लोक निर्माण विभाग ने वर्ष 2018 में लिफ्ट एंड एलिवेटर बिल का ड्राफ्ट तैयार किया था। उसे पारित करने के लिए अभी तक विधानसभा के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि बिल्डर हाइराइज इमारतों का निर्माण करने के दौरान ही लिफ्ट लगाता है और दशकों के बाद देता फ्लैट पर कब्जा देता है। इसलिए ज्यादातर लिफ्ट पुरानी हो जाती है। उसका नियमित रखरखाव भी नहीं होता है। दूसरी बड़ी समस्या यह है कि इन लिफ्ट की वारंटी और गारंटी समाप्त हो चुकी होती है। हमारे शहर में हर दूसरे दिन लिफ्ट से जुड़ा कोई ना कोई हादसा हो रहा है। इन हादसों में कई लोगों की मौत हो चुकी है। बड़ी संख्या में लोग विकलांग हुए हैं। छोटे बच्चे और बुजुर्ग तो लिफ्ट में सवार होने से डरते हैं। आम आदमी में लिफ्ट्स को लेकर मेंटल ट्रॉमा बढ़ रहा है।
राज्य में सबसे ज्यादा लिफ्ट, एलिवेटर और एस्केलेटर्स नोएडा में ही इस्तेमाल हो रहे हैं।

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