BIG NEWS : नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे किनारे सटे इन 30 सेक्टरों को इसी साल मिलेगा गंगाजल, देखिए सेक्टरों की सूची

नोएडा | 4 साल पहले | Anika Gupta

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो



नोएडा शहर के अतिरिक्त नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के किनारे सटे 30 सेक्टरों को 2021 के अंत तक गंगाजल मिल जाएगा। इस संबंध में 37.50 क्यूसेक गंगाजल (90 एमएलडी) शहर में पहुंचाने की परियोजना पर काम किया जा रहा है। इससे नोएडा में कुल 330 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। जिसमें 62 प्रतिशत काम हो चुका है। फिलहाल शहर में 240 एमएलडी जल की आपूर्ति की जा रही है। 

इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में नोएडा प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद दोनों की सहभागिता है। मूर्त रूप देने का काम उत्तर प्रदेश जल निगम को सौंपा गया है। इस परियोजना के बाद शहर में 50 क्यूसेक गंगाजल पहुंचाया जाएगा। फिलहाल शहर में पानी की आपूर्ति प्रताप विहार प्लांट से की जाती है।

इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद नोएडा को 75 फीसदी (37.50) क्यूसेक गंगाजल मिलेगा। यूपीएवीपी को 25 प्रतिशत (22.5 क्यूसेक) गंगाजल की सप्लाई की जाएगी। इस प्रोजेकट पर 14 मार्च, 2018 को कार्य शुरू किया गया था। योजना को 30 नवंबर, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पहले प्रोजेक्ट की लागत 239.69 करोड़ रुपये आंकी गई थी। पर बाद में संशोधन कर इसकी लागत 304.185 करोड़ रुपये कर दी गई। लागत का अनुबंध 75-25 का है। नोएडा प्राधिकरण प्रोजेक्ट पर 228.14 करोड़ रुपये खर्च करेगा। इस लागत में से 135.16 करोड़ रुपये उत्तर प्रदेश जल निगम को दिया जाएगा। शेष 92.97 करोड़ रुपये एनएचएआई को मिलेगा। 

जल निगम बिछा रहा है जाल
प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि यूपी जल निगम प्राइमरी ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण और कच्चे पानी के लिए 7.8 किमी लंबाई में 1500 एमएम डाया पीसीसीपी पाइप लाइन बिछाने का काम कर रहा है। साथ ही निगम 120 एमएलडी क्षमता का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बना रहा है। जबकि एनएचएआई 12.70 किलोमीटर लंबाई में 1500 एमएम डाया एमएस पाइप लाइन बिछाने का काम सौंपा गया है। अब तक इस योजना में नोएडा प्राधिकरण ने 128.83 करोड़ रुपये खर्च कर दिया है। इसमें से 37.67 करोड़ रुपये यूपी जल निगम और 91.16 करोड़ रुपये एनएचएआइ को दिए जा चुका है। 

ये हैं जारी और पूर्ण प्रोजेक्ट
शहर में प्राइमरी ट्रीटमेंट का कार्य सौ फीसदी पूरा हो चुका है। 120 एमएलडी क्षमता के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य 45 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इसके अलावा 7.8 किमी लंबाई में 1500 एमएम डाया की पाइप बिछाने के लिए 10 फरवरी, 2021 को फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी। एनएचएआइ ने 12.70 किमी की 15 एमएम डाया की एमएल पाइप लाइन बिछाने का 88 प्रतिशत काम पूरा कर लिया है। जबकि साफ पानी की 320 मीटर पाइप लाइन डालने का 95 फीसदी प्रोजेक्ट पूरा किया जा चुका है।

इस सेक्टरों को मिलेगा फायदा
प्राधिकरण के मुख्य महाप्रबंधक राजीव त्यागी ने बताया कि गंगाजल की इस लाइन का काम पूरा होने से सेक्टर - 112,122, 128, 131, 133, 135, 137, 143, 144, 145, 143 बी, 146, 147, 151, 168 समेत अन्य सोसाइटी और सेक्टरों को भी फायदा मिलेगा। इन सेक्टरों में गंगा जल सप्लाई का दबाव भी बढ़ जाएगा। नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी के आदेश पर काम काफी तेजी से किया जा रहा है। साल 2021 के अंत तक इन सेक्टरों में गंगाजल पहुंच जाएगा।

अन्य खबरें