नोएडा में तीन साल बाद भी शुरू नहीं हुआ महिला अस्पताल : अकेली महिला डॉक्टर रोज कर रही 100 मरीजों का इलाज

नोएडा | 1 साल पहले | Jyoti Karki

Tricity Today | भंगेल सामुदायिक केंद्र में महिला अस्पताल की बिल्डिंग



Noida News : उत्तर प्रदेश का शो विंडो कहे जाने वाले नोएडा स्वास्थ्य सुविधाओं में फिसड्डी है। कुछ दिन पहले ही ट्राईसिटी टुडे ने जिले में 29 हजार की आबादी पर एक डॉक्टर होने का खुलासा किया था। एक ऐसा शहर जहां करोड़ों के निवेश आ रहे हैं, लेकिन यहां की हेल्थ फैसिलिटी बेहद खराब स्थिति में है। इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि पूरे जिले में एक भी महिला स्पेशलिटी अस्पताल नहीं है। वहीं, पूरे जिले में मात्र 5 गायनेकोलॉजिस्ट हैं। 

बिल्डिंग बनकर तैयार, तीन साल बाद भी मानव संसाधन नहीं 
भंगेल के सामुदायिक केंद्र में तीन साल पहले 50 बेड वाले महिला अस्पताल की बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई। लेकिन, अब तक ना तो कोई बेड है, न पैरामेडिकल स्टाफ और न ही डॉक्टर। 50 बेड के इस अस्पताल में महिलाओं और नवजात से संबंधित इलाज की सुविधा शुरू होनी थी। अस्पताल शुरू करने के लिए अभी तक यहां मानव संसाधन विभाग भी नहीं बना है, जो अस्पताल में संसाधन और डॉक्टर सहित अन्य जरूरी सामानों का प्रस्ताव तैयार कर सके। 

तीन साल बीत जाने पर भी स्थिति जस की तस 
भंगेल सामुदायिक केंद्र में 2019 सितंबर में महिला अस्पताल का भवन बनकर तैयार हो गया था। यह अस्पताल शुरू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शासन से पत्राचार भी किया गया था। लेकिन, कोविड महामारी के कारण प्रक्रिया रुक गई। इस बिल्डिंग को कोविड मरीजों के लिए अलॉट कर दिया गया था। अभी की बात की जाए, तो 3 साल बीत जाने पर भी स्थिति जस की तस ही है। 

पहले से 30 बेड मौजूद, लेकिन केवल एक महिला डॉक्टर 
सामुदायिक केंद्र भंगेल के प्रभारी डॉक्टर यतेंद्र ने बताया कि अस्पताल शुरू होने के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। इसे शुरू करने की बात चल रही है। जल्द ही शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। डॉक्टर यतेंद्र ने बताया कि अब भी अस्पताल में 30 बेड प्रेग्नेंट महिलाओं और बच्चों के लिए अवेलेबल हैं। 50 बेड के अस्पताल बनने और स्टाफ मिलने के बाद स्थिति और भी बेहतर हो सकती है। 

पिछले महीने एक महिला डॉक्टर ने कराई 227 डिलीवरी 
आपको बता दें कि भंगेल स्थित सामुदायिक अस्पताल में रोजाना लगभग 100 महिलाएं इलाज कराने के लिए आती हैं। इनके इलाज के लिए केवल एक गायनेकोलॉजिस्ट हैं। उनका नाम डॉ. मीरा पाठक है। डॉ. मीरा पाठक रोजाना करीब 100 प्रेग्नेंट महिलाओं को ट्रीट करती हैं। आपको बता दें कि पिछले महीने भंगेल अस्पताल में 227 डिलीवरी कराई गई।

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