पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों को लेकर सपा और भाजपा पर जबरदस्त प्रहार किया है। मायावती ने कहा है कि इन दोनों ही सरकारों ने तात्कालिक बसपा सरकार द्वारा प्रस्तावित विकास कार्यों को ही आगे बढ़या है। पर पहले समाजवादी पार्टी की सरकार और भारतीय जनता पार्टी की मौजूदा सरकार विकास के इन मॉड्लस को अपना बता कर, बसपा सरकार की उपलब्धियों पर पानी फेर रहे हैं।
एक के बाद एक तीन ट्वीट करते हुए मायावती ने सपा और भाजपा को घेरा है। उन्होंने लिखा है कि “यूपी में खासकर गंगा एक्सप्रेस-वे हो या विकास के अन्य प्रोजेक्ट अथवा जेवर में बनने वाला नया एयरपोर्ट, पूरे जग-जाहिर तौर पर ये सभी बीएसपी की मेरी सरकार में ही तैयार किए गए विकास के वे प्रख्यात माडल हैं जिसको लेकर पहले सपा व अब वर्तमान बीजेपी सरकार अपनी पीठ आप थपथपाती रहती है।“
मायावती ने कहा है कि वर्तमान सरकार या पिछली सपा सरकार ने जनसुविधाओं की जो भी स्कीमें आगे बढ़ाई हैं, उन सबका खाका बसपा के शासनकाल में खींचा गया था। हम पूरी ताकत से इन योजनाओं को धरातल पर लाने की कोशिश में लगे थे। इस बारे में उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा है, “मेट्रो एवं अयोध्या, वाराणसी, मथुरा, कन्नौज सहित यूपी के प्रचीन व प्रमुख शहरों में बुनियादी जनसुविधाओं की नई स्कीमें व इनको रिकार्ड समय में पूरा करने का काम भी बीएसपी का ही विकास माडल है जो कानून द्वारा कानून के राज के साथ प्राथमिकता में रहा, जिससे सर्वसमाज को लाभ मिला।“
पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि तब की कांग्रेस की केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश में जारी और प्रस्तावित विकास कार्यों में हमेशा रोड़े लगाती रही थी। कांग्रेस की तात्तकालिक केंद्र सरकार राजनीतिक स्वार्थों के चलते उत्तर प्रदेश में विकास की पक्षधर नहीं थी। केंद्र सरकार ने पर्यावरण और दूसरे मानकों का हवाला देकर राज्य में चल रही विकास परियोजनाओं की गति को धीमा कर दिया था। कुछ परियोजनाएं कांग्रेस की स्वार्थी राजनीति के चलते शुरू नहीं हो सकी थीं।
मायावती ने आगे लिखा है, “इस प्रकार मेरी सरकार के सन 2012 में जाने के बाद यूपी में जो कुछ भी थोड़ा विकास संभव हुआ है वे अधिकांश बीएसपी की सोच के ही फल हैं। मेरी सरकार में ये काम और अधिक तेजी से होते अगर तब कांग्रेस की रही केन्द्र सरकार पर्यावराण आदि के नाम पर राजनीतिक स्वार्थ की अड़ंगेबाजी नहीं करती।“