Ghaziabad News : दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के दो बड़े जिले गौतमबुद्ध नगर-नोएडा-और गाजियाबाद का लगातार विस्तार हो रहा है। नोएडा के बाद ग्रेटर नोएडा की स्थापना हुई और अब ग्रेटर नोएडा फेज-टू की तैयारी है। साथ ही गाजियाबाद के एक्पेंस्शन की भी तैयारी तेज हो गई है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) इस एक्सपेंशन प्लान को महानंदीपुरम के रूप में आकार दे रहा है। जीडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि 5 अगस्त को बोर्ड से प्रस्ताव होने के बाद स्वतंत्रता दिवस पर योजना के लिए रैपिड सर्वे शुरू हो गया है। सर्वे से जमीन की वास्तविक स्थिति और योजना की डीपीआर तैयार करने में मदद मिलेगी। आठ गांवों की 541.65 हेक्टेयर जमीन नई टाउनशिप लाने की तैयारी है।
हाईटेक होगी नई टाउनशिप
जीडीए वीसी ने बताया कि हरनंदीपुरम नाम की नई टाउनशिप अपने आप में बेजोड़ होगी। यहां रहने वालों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सभी सुविधाएं मिलेंगी। हर प्रोपर्टी के लिए पहले से ही आईडी किएट की जाएगी। यह आईडी संबंधित प्रोपर्टी की पूरी कुंडली होगी। आवंटी के नाम कब आवंटन हुआ। कैसे- कैसे और कब- कब आवंटी ने उसका भुगतान किया। कब पजेशन लेकर रहना शुरू किया। प्रोपर्टी टैक्स कब ड्यू हुआ, कब जमा किया गया। सब कुछ एक क्लिक पर मिलेगा। नई टाउनशिप के आवंटियों को जीडीए जाने की जरूरत नहीं होगी, वह सब कुछ अपने मोबाइल या लैपटॉप से ही कर सकेंगे। इसके लिए जीडीए एक एप बनवाएगा।
कनेक्टिविटी के साथ ही बेसिक जरूरतें भी होंगी पूरी
जीडीवीसी अतुल वत्स का कहना कि हरनंदीपुरम को विकसित करते समय हाईवे और एक्सप्रेस-वे से कनेक्टिविटी का विशेष ध्यान रखा जाएगा, इसके साथ ही टाउनशिप में बेसिक सुविधाओं के साथ ही मनोरंजन और चिकित्सा सुविधाओं के लिए भी पूरी व्यवस्था होगी। कामर्शियल प्लॉट भी टाउनशिप में रहेंगे, इसके साथ ही स्टार्टअप और आईटी से जुड़े वेंचर भी टाउनशिप में होंगे ताकि यहीं पर रोजगार के भी अवसर उपलब्ध हो सकें। उद्यमियों के लिए एक पूरा सेक्टर बनाया जाएगा।
लोगों को मिलेगा प्रदूषण मुक्त माहौल
जीडीए वीसी ने कहा कि दिल्ली से मुश्किल से आधे घंटे की दूरी पर ही विकसित हो रही इस टाउनशिप में लोगों को प्रदूषण मुक्त वातावरण मिलेगा। चौड़ी सड़कें और राजधानी दिल्ली समेत अन्य प्रमुख एनसीआर के तमाम शहरों से अच्छी कनेक्टिविटी इस टाउनशिप को अन्य योजनाओं से अलग करेगी। पूरी तरह पजेशन होने के बाद भी ट्रैफिक जाम न जूझना पड़े, इस बात का डीपीआर में ही ध्यान रखा जाएगा।