Ghaziabad News : पावर कार्पोरेशन टीम को उस समय जान के लाले पड़ गए जब टीम बकाएदारों के खिलाफ कार्रवाई करने गांव में पहुंची। कनेक्शन काटे जाने से ग्रामीण आपा खो बैठे। नाराज ग्रामीणों ने पावर कार्पोरेशन के कर्मचारियों के साथ मारपीट और गाली गलौज की। निगम कर्मियों को गांव से भागकर जान बचानी पड़ी। सूचना पर गांव में पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़ा। ग्रामीणों का आरोप है कि निगम कर्मियों ने बिल जमा होने के बाद भी कुछ कनेक्शन काट दिए और कनेक्शन जोड़ने के लिए सुविधा शुल्क की मांग कर रहे थे।
बकायेदारों से वसूली के लिए लगाया था कैंप
पावर कार्पोरेशन की ओर से भोजपुर थानाक्षेत्र के कल्छीना गांव में बकाएदारों से वसूली के लिए कैंप का आयोजन किया था। बकाया न जमा करने वालों के कनेक्शन काटे जाने के दौरान निगम कर्मियों और ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया। गांव के एक मोहल्ले में कनेक्शन काट रही टीम को ग्रामीणों ने घेरकर पहले नारेबाजी की और फिर दोनों पक्षों में विवाद होने पर मारपीट, धक्का- मुक्की और गाली गलौच भी हुई।
ग्रामीणों की संख्या बढ़ने पर भागे निगमकर्मी
गांव में दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू होने पर ग्रामीण इकठ्ठे होने शुरू हो गए। ग्रामीणों ने संख्या बढने पर पावर कार्पोरेशन कर्मियों को घेर लिया। धक्का मुक्की और मारपीट होने पर कर्मचारियों ने मौके से भागकर जान बचाई। सूचना पर भोजपुर थाना पुलिस गांव में पहुंची और ग्रामीणों को खदेड़ा। बाद पावर कार्पोरेशन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही।
दोनों पक्षों ने दी है पुलिस को शिकायत
एसीपी मोदीनगर ने बताया कि पावर कार्पोरेशन से मिली सूचना के बाद पुलिस टीम कल्छीना गांव गई थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत कराया। उसके बाद निगम और ग्रामीणों की ओर भोजपुर थाना पुलिस को शिकायत दी गई है। दोंनो शिकायत पर पुलिस जांच कर रही है, जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। टीम का आरोप है कि ग्रामीणों ने मारपीट की जबकि ग्रामीणों का कहना है कि बिल जमा होने के बाद भी कनेक्शन काटे जाने पर विवाद हुआ है।
अधिशासी अभियंता ने दी पुलिस शिकायत
मामले में अधिशासी अभियंता महेश उपाध्याय ने बताया कि ग्रामीणों ने निगम की टीम के साथ अभद्रता, धक्का मुक्की और मारपीट की है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सात ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी गई है। दूसरी ओर ग्रामीणों का आरोप है कि निगमकर्मी बिल जमा करा चुके उपभोक्ताओं के भी कनेक्शन काट रहे थे। उन्हें इस बारे में बताया गया तो कनेक्शन जोड़ने के लिए सुविधा शुल्क की डिमांड करने लगे। शुरू में ग्रामीणों ने अपना रोष जाहिर करने के लिए नारेबाजी की थी, लेकिन टीम अपनी बात पर अड़ी रही तो विवाद आगे बढ़ गया।