गाजियाबाद से अच्छी खबर : 65 एकड़ में बनाया जाएगा बायो डायवर्सिटी पार्क, डीपीआर बनकर तैयार

गाजियाबाद | 10 महीना पहले | Sonu Singh

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Ghaziabad News : गाजियाबाद महामाया स्टेडियम के पीछे 65 एकड़ में इंडियन बायो डायवर्सिटी पार्क का रास्ता लगभग साफ हो गया है। 15 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस पार्क के लिए नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने प्रमुख सचिव को डीपीआर सौंप दी है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में बायो डायवर्सिटी पार्क के निर्माण का कार्य विधिवत रूप से शुरू हो जाएगा। बता दें कि महामाया स्टेडियम के पीछे बायो डायवर्सिटी पार्क तैयार किया जाएगा। इसमें फूल, सब्जी, औषधि सहित यहां 100 से अधिक किस्म के पौधे लगाए जाएंगे। 

यह है पूरी योजना
बायो डायवर्सिटी पार्क को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। जहां-जहां रेस्टोरेंट, फव्वारे आकर्षण के केंद्र होंगे। यहां जाने के लिए टिकट लगेगा। महामाया स्टेडियम के पीछे जमीन पर कूड़ा एकत्रित होता था, जिसमें अक्सर आग लगा दी जाती थी। यहां शहर के कई हिस्सों से आकर गंदा पानी भी इकट्ठा होता है। जिस कारण यह प्रदूषण की बड़ी वजह बनता जा रहा है। पास में ही कई साईं उपवन और इको पार्क को भी इससे नुकसान हो रहा था। इसलिए बायो डायवर्सिटी पार्क बनाने का फैसला किया गया। यहां जाने के लिए जीटी रोड के साथ मल्टी लेवल पार्किंग और मेट्रो स्टेशन से भी कनेक्टिविटी दी जाएगी। 

बनाया जाएगा रिसर्च सेंटर
न्यू लिंक रोड फ्लाईओवर के नीचे वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने शासन में प्रमुख सचिव को बायो डायवर्सिटी पार्क की डीपीआर सौंप दी है। संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में पार्क का निर्माण कार्य तेजी से आरंभ कर दिया जाएगा। यहां कई प्रजाति के पौधे लगाए जाएंगे, जिसमें कई तरह की औषधि और जड़ी बूटियां के पौधे भी शामिल होंगे। आधुनिक पार्क में आधुनिक सुविधाओं के साथ वहां होने वाले कचरे को ग्रीन माउंट में तब्दील किया जाएगा। पार्क में रिसर्च सेंटर बनाया जाना प्रस्तावित है, जिससे यहां छात्र जैव विविधता के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। 

कई प्रकार के आकर्षण
बायो डायवर्सिटी पार्क में सीवेज के पानी से पौधों की सिंचाई होगी। पार्क के चारों तरफ लोगों को घूमने के लिए फुटपाथ बनाया जाएगा। यहां नक्षत्र वाटिका, नवग्रह वाटिका, रोज गार्डन, प्ले कोर्ट, चिल्ड्रन प्ले एरिया, उधान नर्सरी, पर्यावरण कार्य, फाउंटेन स्क्वायर व झूले लगाए जाएंगे। जिस जगह पार्क बनाया जाना है, वहां भूमाफिया पूर्व में कई बार कब्जा करने का प्रयास कर चुके हैं। निगम अधिकारियों ने कई बार अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया। स्थानीय लोग भी जमीन को भूमाफिया से बचाने के लिए पार्क बनाने की मांग कर रहे हैं।

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