गाजियाबाद में आनंदीबेन पटेल : राज्यपाल बोलीं- माताएं सशक्त होंगी तो बच्चे और देश मजबूत बनेगा

गाजियाबाद | 2 महीना पहले | Dhiraj Dhillon

Tricity Today | मोरटी गांव में कार्यक्रम को संबोधित करतीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल



Ghaziabad News : उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि माताएं सशक्त होंगी तो बच्चे और देश मजबूत बनेगा। इसलिए गर्भवती के खानपान का ध्यान रखना पूरे परिवार की सामुहिक जिम्मेदारी है। हमारे बच्चे शिक्षित होने के साथ- साथ संस्कारित होने भी जरूरी हैं। उन्होंने हमारी संस्कृति और  सभ्यता की जानकारी होनी ही चाहिए। राज्यपाल मोरटी गांव में रोटरी इन्टरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 द्वारा तैयार कराए गए देश के प्रथम एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित आंगनवाड़ी केंद्र के उदघाटन अवसर पर बोल रही थीं। उन्होंने इस मौके पर आंगनवाड़ी विधार्थियों से बात भी की और साथ ही एआई से बच्चे कैसे पढ़ेंगे यह जानकारी भी ली।

बेहतर भविष्य के लिए व्यवहारिक ज्ञान जरूरी
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बच्चों को और बेहतर शिक्षा व जानकारी देने में आंगनबाड़ी केंद्र सहायक सिद्ध होंगे। उन्होने कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए कि बच्चे उसे समझ सकें, सिर्फ रटा-रटाया ज्ञान ना हो। बच्चे को समझ आना चाहिए कि वह क्या लिख रहा है, क्या बोल रहा है। संसकृति और सभ्यता से रूबरू करनो के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करें।

महिलाएं भी कुपोषित हैं
राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों के साथ-साथ महिलाएं भी कुपोषित हैं। हमें आंगनवाड़ी केंद्रों औरअन्य के माध्यमों से जानना चाहिए कि गर्भवती महिलाऐं जहां भी कार्य कर रही हों, घरों, कंपनी में, गोदाम में, कारखाने में, सब जगह यह संदेश पहुंचाना है और किसी ना किसी रूप में गर्भवती ​महिलाओं को पोषण आहार उपलब्ध कराना है। ताकि वह स्वयं सक्षम व मजबूत हो सकें और एक स्वस्थ्य बच्चे का जन्म दे सकें। राज्यपाल ने कहा कि गर्भधारण के उपरान्त गर्भवती महिला सहित उनके परिवारजनों को चाहिए कि वे घर में स्वस्थ्य वातावरण रखें, कोई भी लड़ाई-झगड़ा ना हो, अच्छी-अच्छी किताबें पढ़ें और प्रेम के वातावरण में रहें, ताकि बच्चे पर उसका अच्छा असर पड़े और वह स्वस्थ तन-मन के साथ जन्म लें। तब बच्चे आने वाले समय में एक सशक्त भारत के निर्माण में वह अहम भूमिका निभायेंगे।

80 प्रतिशत जेली दहेज मामलों के ह‌ैं
राज्यपाल ने इस बात पर चिंता जाहिर की कि जेलों में 80 प्रतिशत दह‌ेज मामलों के बंदी हैं। उन्होंने कह‌ा हम ऐसे समाज का निर्माण करें जहां अपराध के लिए कोई जगह ना हो। यह सब तभी संभव है जब हम बचपन को संस्कारित करके चलेंगे। बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे। उन्हें अपने बड़ों और महिलाओं का सम्मान करना सिखाएंगे।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को किट वितरित की
इस मौके पर राज्यपाल आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दी और निर्देशित किया कि इस प्रकार की किट सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर होनी चाहिए ताकि इससे बच्चों को कोई परेशानी हो तो इससे उसका समाधान किया जा सके। इस किट में साबुन, डिटौल, पट्टी, म​रहम, कंघा, सीसा, सूई-धागा, कैंची, तेल सहित अन्य सामग्री है। इसके साथ उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों के डिजाईन के समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि बच्चों के लिए पानी सुविधा, शौचालय, टॉयलेट सहित उनके हाईट के हिसाब से बनाये जाएं, ताकि वे दूसरों पर​ निर्भर ना होकर बचपन से ही आत्मनिर्भर बन सकें।

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