BIG BREAKING: डीएम सुहास एलवाई का बड़ा आदेश- ‘कलेक्ट्रेट के सीवर में नहीं आए सूरजपुर कस्बे का पानी, अलग इंतजाम करे प्राधिकरण’

Tricity Today | DM Suhas LY IAS



महज 2 से 3 दिनों की मामूली बारिश में गौतमबुद्ध नगर तबाह हो गया। शहर के सूरजपुर इलाके में 3 दिन पहले बारिश की वजह से ऐसा जलभराव हुआ था, जिसकी चारों ओर आलोचना की गई। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की कार्यशैली पर सवाल उठे। यहां तक कि कलेक्ट्रेट परिसर में भी जलभराव रहा। एक व्यक्ति का फोटो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ। जिसमें वह कंधे पर बैठाकर अपने पिता को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय जा रहा था। 

नाला बनाएं या चौड़ाई बढ़ाएं
इसका संज्ञान लेते हुए डीएम सुहास एलवाई (DM Suhas LY IAS) ने आज एक महत्वपूर्ण बैठक की। इसमें उन्होंने कहा है कि सूरजपुर और उसके आसपास के इलाकों में जलभराव की समस्या का स्थाई समाधान निकालना होगा। इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के उप महाप्रबंधक, प्रोजेक्ट और मैनेजर प्रबंधक को आदेश देते हुए कहा कि सूरजपुर में जमा होने वाले पानी की निकासी का अलग से प्रबंध किया जाए। उसके लिए अलग नाला बनाया जाए। या फिर पहले से सड़क के दूसरी ओर बने नाले को चौड़ा और गहरा कर जल निकासी की व्यवस्था की जाए। 


कलेक्ट्रेट के नाले में ना आए पानी
उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में सूरजपुर कस्बे का पानी कलेक्ट्रेट के नाले से होकर नहीं गुजरना चाहिए। ताकि कलेक्ट्रेट परिसर में पानी के भराव की स्थिति ना हो। साथ ही उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में जल निकासी के लिए पर्याप्त क्षमता के वाटर पंप लगाने का आदेश दिया। ताकि बारिश के दौरान इसका इस्तेमाल कर पानी को बाहर नाले में फेंका जा सके। उन्होंने कहा कि जब तक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण प्रस्तावित नाले का निर्माण नहीं कर लेता, तब तक वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर कलेक्ट्रेट परिसर से बारिश का पानी निकालने के लिए पर्याप्त संख्या में वाटर पंप लगाए जाएं। 

लोगों को न हो असुविधा
इनके जरिए बारिश के पानी को बाहर निकाला जाएगा। ताकि जन सामान्य और वादकारियों को आनेजाने में असुविधा ना हो। गौतमबुद्ध नगर के अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिवाकर सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। देखना यह है कि इस आदेश पर अमल इस बरसात में हो पाएगा, या अगले साल बारिश आने पर फिर जलभराव की स्थिति होगी। उसके बाद फिर ऐसे बैठकों का दौर शुरू होगा।

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