Greater Noida News : उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने अपने औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली और निर्माण कार्यों से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए एक नई पहल की है। इसके तहत ग्रेटर नोएडा के पांच औद्योगिक सेक्टरों में 3,327 बिजली के खंभों और सिविल वर्क के छह महत्वपूर्ण स्थानों पर क्यूआर (क्विक रिस्पांस) कोड लगाए गए हैं।
अधिकारियों के मोबाइल नंबर पर कॉल करें
यूपीसीडा के वरिष्ठ प्रबंधक (सिविल) एनके जैन ने बताया कि अब कोई व्यक्ति जिस खंभे या स्थान पर समस्या देखेगा, उसके क्यूआर कोड की फोटो खींचकर उस पर लिखे ठेकेदार के मोबाइल नंबर पर भेज सकता है। इससे समस्या का जल्द निस्तारण संभव होगा। क्यूआर कोड को स्कैन करने पर ठेकेदार और यूपीसीडा अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी मिल जाएंगे।
ठेकेदार का नाम और मोबाइल नंबर भी लिखा होगा
एनके जैन ने बताया कि क्यूआर कोड प्रणाली से जुड़े डाटा सेंटर पर एक-एक शिकायत दर्ज होगी और ट्रैक किया जा सकेगा कि समस्या का निस्तारण कब हुआ। बिजली और सिविल वर्क के लिए अलग-अलग क्यूआर कोड हैं। खंभों पर लगे क्यूआर कोड में फर्म का नाम, ठेकेदार का नाम और मोबाइल नंबर भी लिखा होगा।
3,327 बिजली के खंभों पर लगे क्यूआर कोड
वहीं, औद्योगिक सेक्टरों के मुख्य गेटों पर भी क्यूआर कोड लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा, पैनल सिस्टम की निगरानी अलग से होगी। एक पैनल से 40 खंभे जुड़े होते हैं और पैनल बंद होने पर सूचना डाटा सेंटर को मिल जाएगी। यूपीसीडा के इस कदम से औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली और निर्माण कार्यों की समस्याओं का समाधान अब पहले से कहीं तेज और सुविधाजनक हो गया है। लोगों को फोन कर शिकायत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बस क्यूआर कोड की फोटो भेजनी होगी।