BIG BREAKING : जेवर एयरपोर्ट में स्टेट बैंक ने हासिल की इक्विटी, 3,725 करोड़ के कर्ज पर हुआ समझौता

Tricity Today | जेवर एयरपोर्ट में स्टेट बैंक ने हासिल की इक्विटी



Jewar Airport : जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जुड़ी बड़ी खबर है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने मंगलवार को भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश की नोडल एजेंसी के साथ वित्तपोषण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। अब हवाई अड्डे के निर्माण शुरू करने के लिए केवल शिलान्यास की औपचारिकता बाकी है। नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Noida International Airport) परियोजना के लिए स्टेट बैंक ने 3,725 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है। यह परियोजना पूरा होने के एक साल बाद कर्ज चुकाने की प्रक्रिया शुरू होगी। यह कर्ज 20 साल की अवधि में चुकाने की योजना है।

2005 करोड़ रुपये का निवेश करेगा ज़ूरीख एयरपोर्ट
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जेवर हवाई अड्डे ने 3,725 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है। यह किसी भारतीय ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के लिए अब तक का सबसे बड़ा वित्तपोषण है। इस परियोजना के लिए यह एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इससे निर्माण कार्यों की शुरुआत कभी भी की जा सकती है। परियोजना को 65:35 के अनुपातिक आधार पर ऋण-इक्विटी वित्त पोषित किया जा रहा है। ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी (Zurich Airport) के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी वाईआईएपीएल की मुख्य शेयरधारक है और नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास में इक्विटी के रूप में 2005 करोड़ का निवेश कर रही है।

अब हमें हवाई अड्डे के निर्माण शुरू करने की उत्सुकता : क्रिस्टोफ
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा, “हमें नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास के लिए एसबीआई और एनआईएएल के साथ वित्तपोषण समझौतों पर हस्ताक्षर करने की खुशी है। अब हम एनआईएएल और एसबीआई सहित अपने भागीदारों के साथ घनिष्ठ सहयोग में हवाई अड्डे के विकास की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह साझेदारी उत्तर प्रदेश राज्य में आर्थिक विकास और रोजगार को बढ़ावा देगी। भारतीय विमानन की विकास गाथा को मजबूत करेगी।"

बहुत जल्दी निर्माण शुरू करेंगे : डॉ.अरुणवीर सिंह
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.अरुण वीर सिंह ने कहा, “हम वित्तीय उपलब्धि से प्रसन्न हैं, जो परियोजना के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह वित्तपोषण हमारी टीम को हवाई अड्डे के विकास के लिए निर्माण कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम बनाएगा। हम सभी भारत के अग्रणी हवाई अड्डे के निर्माण का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। जो गुणवत्ता, दक्षता, प्रौद्योगिकी और स्थिरता का दावा करेगा। हम विश्व स्तरीय विमानन बुनियादी ढांचे के सह-निर्माण के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।"

यह एयरपोर्ट पूरी तरह डिजिटल होगा
यह एयरपोर्ट अक्षय ऊर्जा का उपयोग करके टिकाऊ और किफायती बनेगा। प्रभावी तरीके से बुनियादी ढांचे का निर्माण करके एयरलाइंस और यात्रियों के लिए हवाई यात्रा को और अधिक किफायती बनाने का प्रयास है। एनआईए को भारत का पहला शून्य उत्सर्जन हवाई अड्डा बनने की परिकल्पना की गई है। हवाई अड्डा भारतीय संस्कृति और आतिथ्य को स्विस तकनीक और दक्षता के साथ जोड़कर एक आधुनिक व उपभोक्ता-प्रथम डिजाइन विकसित करेगा। एनआईए भारत में पूरी तरह से डिजिटल हवाई अड्डा होगा, जो परिवारों, बुजुर्गों और व्यापार यात्रियों के लिए संपर्क रहित यात्रा और व्यक्तिगत सेवाएं देगा।

अन्य खबरें