हरियाणा विधानसभा चुनाव : गुरुग्राम जेल सुपरिटेंडेंट सुनील सांगवान का इस्तीफा, अब राजनीति में दिखाएंगे दम

Google Images | सुनील सांगवान



Gurugram News : गुरुग्राम के भौंडसी जेल में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। जेल के वरिष्ठ अधिकारी सुनील सांगवान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह खबर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है।

22 वर्षों तक जेल विभाग में की सेवा 
सुनील सांगवान ने गृह एवं कारागार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी को अपना त्यागपत्र सौंपा है। उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) की मांग की है। सूत्रों के अनुसार, उनका इस्तीफा जल्द ही स्वीकार किया जा सकता है। सुनील सांगवान ने 22 वर्षों तक जेल विभाग में सेवा की है। उनकी पहली नियुक्ति 2 जनवरी, 2002 को भौंडसी जेल में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट के रूप में हुई थी। इसके बाद उन्होंने गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत और झज्जर जैसी कुख्यात जेलों में कार्य किया। सुनील के पिता सतपाल सांगवान एक प्रसिद्ध राजनेता हैं। वे हरियाणा के पूर्व सहकारिता मंत्री रह चुके हैं। ऐसा माना जा रहा है कि सुनील भी अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए राजनीति में प्रवेश करेंगे।

दादरी से मिल सकती है टिकट
सूत्रों का कहना है कि सुनील सांगवान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं। यह भी चर्चा है कि पार्टी उन्हें चरखी दादरी से विधानसभा का टिकट दे सकती है। सुनील सांगवान के परिवार में देशसेवा की परंपरा रही है। उनके बेटे और बेटी दोनों भारतीय सेना में कैप्टन के पद पर कार्यरत हैं। बेटे की तैनाती सियाचिन ग्लेशियर में है, जबकि बेटी अरुणाचल प्रदेश में सेवारत हैं।

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