Lucknow: लखनऊ में शुक्रवार को गोमतीनगर स्थित आवास से पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रेप पीड़िता की आत्महत्या के मामले में अमिताभ ठाकुर को विराम खंड स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया है। बसपा सांसद अतुल राय पर रेप का आरोप लगानी वाली लड़की और गवाह की मौत के मामले में एसआईटी की रिपोर्ट पर अमिताभ ठाकुर पर आईपीसी की धारा 120 B, 167, 195A, 2018, 306, 504, 506 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है।
ये था मामला
रेप पीड़िता की खुदखुशी के मामले में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर फंसते नजर आ रहे हैं। SIT की जांच के खुलासे के बाद हजरतगंज थाने में अमिताभ ठाकुर और अतुल राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, इसके बाद अमिताभ ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मृतक पीड़िता ने अमिताभ ठाकुर पर पूरा षडयंत्र रचने का आरोप लगाया था। पीड़िता ने खुदकुशी से पहले एक विडियो जारी की थी जिसमे कई आरोप लगाए थे।
आत्मदाह करने से पहले हुई थी लाइव
रेप पीड़ित छात्रा ने 16 अगस्त को अपने एक साथी के साथ दिल्ली में स्थित सुप्रीम कोर्ट के सामने खुद को आग के हवाले कर दिया था। इलाज के दौरान 21 अगस्त को साथी और 24 अगस्त को पीड़ित छात्रा की मौत हो गई थी, आत्मदाह करने से पहले दोनों ने सोशल मीडिया पर लाइव करते हुए अपनी आपबीती बताई थी। जिसमें पीड़ित छात्रा ने आईपीएस अमित पाठक, पूर्व एडीजी अमिताभ ठाकुर समेत कुछ जज ने नाम लेकर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। पीड़ित छात्रा बलिया की रहने वाली थी।
सहयोगियों के साथ मिलकर पार्टी गठन करने की है तैयारी
अमिताभ ठाकुर ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि तमाम सहयोगियों, शुभेक्षु और जानकार लोगों के लगातार परामर्श के बाद उन लोगों ने एक नई राजनैतिक पार्टी का गठन करने का फैसला लिया है। इसके अलावा उन्होंने एक दूसरे वीडियो के माध्यम से इस राजनैतिक दल का नाम अधिकार सेना प्रस्तावित करते हुए अपने सहयोगियों से पार्टी के नाम, उद्देश्य, स्वरुप आदि के संबंध में शीघ्र सुझाव देने को कहा है। अमिताभ ने कहा कि सहयोगियों के साथ मिलकर पार्टी गठन की कार्यवाही शीघ्र शुरू की जा रही है।
योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान
ठाकुर ने बीते शनिवार को एक बयान में कहा था कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा था कि आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल में तमाम अलोकतांत्रिक, अराजक, दमनकारी, उत्पीड़नात्मक और विभेदकारी कार्य किये, वह इनके विरोध में मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे, फिर चाहे आदित्यनाथ जहां से भी चुनाव लड़ें।