Google Image | डॉ. महेश शर्मा
करीब 10 दिनों से हजारों किसान दिल्ली को घेर कर बैठे हैं। नोएडा शहर में भी 5 दिनों से किसानों का धरना प्रदर्शन चल रहा है। जिससे शहर की व्यवस्थाएं चरमरा रही हैं। अब शुक्रवार को गौतमबुद्ध नगर के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने किसानों से अपील की है। डॉ.महेश शर्मा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर यह पोस्ट करते हुए कहा है, "किसान बहकावे में नहीं आएं। जिन लोगों ने उन्हें दशकों से अधिकारों से वंचित रखा है, वे आप लोगों का राजनीतिक इस्तेमाल कर रहे हैं।"
डॉ.महेश शर्मा ने अपनी अपील में लिखा, "आप अन्नदाता हैं। इस देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। आपके मेहनत के पसीने की खुशबू से देश का हर कोना महकता है। मेरी आप से अपील है कि नए कृषि सुधार कानूनों पर किसी के बहकावे में ना आएं। यह वही लोग हैं, जिन्होंने दशकों तक किसानों के साथ छल किया और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित रखा है।" डॉ.महेश शर्मा ने आगे लिखा है, "मेरी आपसे गुजारिश है कि मोदी सरकार के पिछले 6 वर्षों के किसानों के हित में लिए गए निर्णय को देखें। आपको खुद-ब-खुद समझ में आ जाएगा, किस तरह साफ नियत से काम हो रहा है। जब किसान सम्मान निधि की घोषणा हुई थी, तब भी विपक्ष द्वारा भ्रम फैलाया गया था। आज परिणाम यह है कि किसान सम्मान निधि लगातार किसानों के खातों में भेजी जा रही है और अब तक 10 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों के खातों में यह रकम सीधे भेजी गई है। आगे भी भेजी जाती रहेगी।"
पूर्व केंद्रीय संस्कृति मंत्री ने अपनी अपील में लिखा है, "प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसान भाइयों को प्राकृतिक आपदाओं से फसल की बर्बादी से हुए नुकसान की भरपाई की जा रही है। इससे अब तक चार करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों की मदद हुई है। पिछले 6 वर्षों में आपने देखा होगा कि आपको यूरिया के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ा होगा। लाठियां नहीं चली होंगी। पहले की सरकारों में किस तरह यूरिया की कालाबाजारी होती थी। किसान भाई यूरिया से वंचित रह जाते थे, आप भली-भांति जानते होंगे। मोदी सरकार ने ज्यादातर फसलों पर एमएसपी को डेढ़ गुना कर दिया है। साथ ही एमएसपी पर खरीद भी बढ़ा दी है। अभी धान के सीजन में आपने देखा होगा कि धान की रिकॉर्ड खरीद हुई है।"
डॉ.महेश शर्मा ने कहा, "ऐसे और भी बहुत सारे फैसले किसानों के हित में लिए गए हैं, पर जो मुख्य बात मैं कहना चाहता हूं कि मोदी सरकार आपकी आय को दोगुनी करने के लिए प्रतिबंध है। लगातार कोशिश कर रही है। सरकार चाहती है कि हमारे किसान भाई सशक्त हों, समृद्धि हों। तेजी से बदलते हुए आर्थिक युग में उन्हें भी बड़े और व्यापक बाजार का लाभ मिलना चाहिए। आज उन्हें दशकों पुराने सिस्टम की बेड़ियों से बांधकर नहीं रखा जाना चाहिए और इसलिए सरकार ने नए कृषि सुधारों से किसानों को नए विकल्प दिए हैं। फिर भी यदि कोई पुराने सिस्टम से लेनदेन को ठीक समझता है तो इस पर भी कोई रोक नहीं लगाई गई है। प्रधानमंत्री जी ने बार-बार कहा है, एमएसपी है और रहेगी। मंडियों को और अधिक आधुनिक बनाकर उनको सशक्त किया जा रहा है।" उन्होंने कहा, "आपको किसी भी तरह के बहकावे में नहीं आना है। नए कृषि सुधार आपके और आने वाली पीढ़ियों के सुनहरे भविष्य के सपनों को पूरा करने वाला है। भरोसा रखिए मोदी जी ने किसानों के हितों को हमेशा सर्वोपरि रखा है। और नए कृषि सुधार उसी कड़ी का अगला हिस्सा हैं।"
आपको बता दें कि हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के हजारों किसान आंदोलन कर रहे हैं। पिछले 10 दिनों से दिल्ली को घेरकर बैठे हुए हैं। किसानों का कहना है कि नए कृषि कानूनों को वापस लिया जाए। एमएसपी के मुद्दे पर सरकार गुमराह कर रही है। दूसरी ओर किसानों से केंद्र सरकार के कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर दो दौर की बातचीत कर चुके हैं। हालांकि, अभी तक किसी भी स्तर पर सहमति नहीं बनी है। इस बीच नोएडा और गाजियाबाद में किसानों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। जिसके चलते इन दोनों शहरों और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बीच आवागमन बेहद दुष्कर हो गया है। इन्हीं परिस्थितियों के मद्देनजर गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा ने यह अपील जारी की है।