खास खबर : नोएडा में दिवालिया बिल्डर के खिलाफ खरीदारों की मिसाल, 1500 फ्लैट्स का निर्माण कर खुद को सौंपी घरों की चाबी

नोएडा | 4 घंटा पहले | Mayank Tawer

Tricity Today | Noida



Noida News : नोएडा सेक्टर-110 स्थित लोटस पनाश सोसायटी के बायर्स ने एक ऐतिहासिक पहल करते हुए दिवालिया हो चुके बिल्डर का इंतजार किए बिना खुद ही अपने घरों का निर्माण कार्य पूरा किया। शनिवार को सोसायटी के 300 बायर्स को उनके फ्लैट की चाबी सौंपी गई। जहां हवन और पूजन कर इस विशेष अवसर का जश्न मनाया गया। बायर्स ने अब तक 10 टावरों में 1500 फ्लैट तैयार कर दिए हैं।

खुद ही निर्माण कार्य शुरू करने का फैसला
यह मामला तब शुरू हुआ जब लोटस पनाश प्रोजेक्ट के डिवेलपर ने अपने 4,000 यूनिट्स के प्रोजेक्ट में से केवल 1,000 यूनिट्स की ही डिलीवरी की और बाकी का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया। इसके बाद खरीदारों ने मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में उठाया। लेकिन नोएडा में पहले से ही कई लंबित मामलों को देखते हुए खरीदारों ने बिना कोर्ट के फैसले का इंतजार किए खुद ही निर्माण कार्य शुरू करने का फैसला किया। 

‘पूल एंड बिल्ड’ नीति अपनाई
लोटस पनाश वेलफेयर एसोसिएशन के नेतृत्व में बायर्स ने ‘पूल एंड बिल्ड’ नीति अपनाई। जिसमें प्रत्येक खरीदार ने अपनी बाकी बची राशि को एक फंड में जमा किया। इसके बाद रेजोल्यूशन प्रोफेशनल्स की सहायता से एक मजबूत योजना बनाई गई। जिसमें प्रत्येक टावर के लिए एक प्रतिनिधि नियुक्त किया गया। 

नोएडा में पहली बार ऐसा हुआ
सोसायटी के अध्यक्ष अमित चौहान ने कहा, “यह पहली बार है कि बायर्स ने स्वयं घरों का निर्माण कार्य पूरा किया। यह हमारे सामूहिक प्रयास और धैर्य का नतीजा है।” वहीं असोसिएशन के सचिव सुमित सक्सेना ने बताया कि “हमने हर टावर के लिए प्रतिनिधि नियुक्त कर कार्य को व्यवस्थित रूप से पूरा किया, जिससे प्रोजेक्ट में पारदर्शिता बनी रही।”

1500 फ्लैट खुद तैयार किए
वर्ष 2022 में सोसाइटी ने 8 टावरों में 800 अपार्टमेंट्स का निर्माण पूरा कर लिया था। इसके बाद अतिरिक्त 10 टावरों का कार्य भी बायर्स ने अपने हाथों में लिया और इस साल 1500 फ्लैट तैयार किए गए। सोसायटी में अभी भी 3 टावरों में निर्माण कार्य जारी है। इसके पूरा होने के बाद 4000 यूनिट्स का लक्ष्य हासिल हो जाएगा। खरीदारों के वकील साहिल सेठी ने कहा, “एनसीएलटी में कई लंबित प्रोजेक्ट्स देखे हैं, लेकिन लोटस पनाश एकमात्र उदाहरण है जहां बायर्स ने खुद अपनी किस्मत लिखी है। यह देशभर के घर खरीदारों के लिए प्रेरणा है।”

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