Supertech Twin Tower Demolition : आखिरकार लंबी जद्दोजहद और कानूनी लड़ाई के बाद रविवार की दोपहर 2:30 बजे सुपरटेक बिल्डर के भ्रष्टाचार का प्रतीक ट्विन टावर ध्वस्त कर दिए गए हैं। ट्विन टावर का ध्वस्तीकरण पूरी तरह सफल रहा है। एडिफाईस इंजीनियरिंग कंपनी के विशेषज्ञ दल ने ट्विन टावर से महज 70 मीटर की दूरी पर इस डिमोलिशन और एक्सप्लोजन की निगरानी की। इस टीम की अगुवाई कर रहे चेतन दत्ता और प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता से Tricity Today ने खास बातचीत की। उन्होंने बताया कि ध्वस्तीकरण पूरी तरह सफल रहा है। ध्वस्तीकरण के बाद की प्रक्रिया पर तेजी से काम किया जा रहा है।
चेतन दत्ता ने कहा, "मैं इमारत से सिर्फ 70 मीटर दूर था। ध्वस्तीकरण शत-प्रतिशत सफल रहा। पूरी बिल्डिंग को गिराने में 9-10 सेकेंड का समय लगा है। मेरी टीम में 10 लोग थे। जिसमें 7 विदेशी विशेषज्ञ और एडिफिस इंजीनियरिंग के 20-25 लोग थे। हम लोगों ने निर्धारित वक्त पर ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू की। बटन दबाने से पहले पूरी बिल्डिंग को एक बार देखा। एक्सप्लोजन के लिए बटन दबाते ही बिल्कुल उसी तरह बिल्डिंग गिरी, जिस तरह हमने सोचा था। पूरी बिल्डिंग निर्धारित वक्त में जमीन पर आ गई थी। हालांकि, एक्सप्लोजन से पहले हम लोगों के मन में काफी चिंता ही थी। काफी देर से हम सारे लोग एक-दूसरे से बात नहीं कर रहे थे। दरअसल, जब तक काम पूरा नहीं हो जाता, तब तक ऐसा होना स्वाभाविक था। अब बिल्डिंग पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। हमारी पूरी टीम ने जैसा सोचा था, वैसा ही एक्सप्लोजन और डेमोलिशन हुआ है।"
इस पूरे प्रोजेक्ट को संभाल रहे प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता ने कहा, "यह धमाका और ध्वस्तीकरण पूरी तरह सफल रहा है। जैसा सोचा था, वैसा हुआ है। पूरी बिल्डिंग सुरक्षित ढंग से गिरी है। केवल एटीएस हाऊसिंग सोसायटी की 10 मीटर चारदीवारी गिरी है। हमने इस बारे में पहले से बताया था कि यह चारदीवारी गिरेगी। पूरी टीम ने बेहद शानदार काम किया है। परिणाम बहुत अच्छा आया है।"