नोएडा : गंगाजल प्रोजेक्ट पर प्राधिकरण की सीईओ सख्त, समय पर नहीं हुआ काम पूरा तो लगेगा जुर्माना

नोएडा | 2 साल पहले | Nitin Parashar

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो



Noida News : शहर के गंगाजल पहुंचाने में जमीन की रूकावट आ गई है। गाजियाबाद में इस परियोजना के लिए पूरी जमीन मिलने पर अडंगा आने से काम रूका हुआ है। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ने अर्जेंसी क्लॉज के जरिए जमीन अधिग्रहण के निर्देश देते हुए सितंबर 2022 तक काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। ऐसा नहीं करने पर नोएडा प्राधिकरण की ओर से जुर्माना लगाने की चेतावनी दी गई है। इस परियोजना के शुरू होने से करीब छह लाख लोगों को गंगाजल मिल सकेगा।

37.5 क्यूसेक गंगाजल 
गाजियाबाद से 50 क्यूसेक क्षमता की गंगाजल लाइन बिछाई जा रही जिसमें से 37.5 क्यूसेक गंगाजल नोएडा को मिलना है। इस परियोजना की शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने समीक्षा की। समीक्षा बैठक में आई परियोजना की निर्माण एजेंसी और जल निगम के अधिकारियों से देरी पर सवाल किया गया। इसके साथ ही सितंबर तक काम पूरा करने के निर्देश दिए। 

85 मीटर लंबाई में 1500 मिमी व्यास पाईपलाइन
जल निगम के अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना के लिए गाजियाबाद के डासना में 85 मीटर लंबाई में 1500 मिमी व्यास पाईपलाइन बिछाने का काम नहीं हो पा रहा है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया गाजियाबाद के जिलाधकारी के माध्यम से चल रही है। अधिकारियों ने काम में देरी की अन्य वजहें भी बताईं।

304 करोड़ रुपये की लागत
गंगाजल-2 पाइप लाइन की इस परियोजना का काम मार्च 2018 में शुरू हुआ था। करीब 304 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में आवास विकास परिषद गाजियाबाद की भी हिस्सेदारी है। परियोजना को पूरा कराने का जिम्मा यूपी जल निगम के पास है। नोएडा प्राधिकरण इस परियोजना पर करीब 228 करोड़ रुपये खर्च करेगा। इस लाइन के जरिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे आसपास के सेक्टरों और गांवों तक गंगाजल पहुंच जाएगा।

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