Noida News : नोएडा प्राधिकरण की 215वीं बोर्ड बैठक शनिवार को हुई। बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव और औद्योगिक विकास आयुक्त उप्र मनोज कुमार सिंह ने की। दादरी और बुलंदशहर के 84 गांवों की जमीन पर दादरी, नोएडा, गाजियाबाद इनवेस्टमेंट रीजन (DNGIR) यानि न्यू नोएडा बसाया जाना प्रस्तावित है। बैठक में नए शहर के लिए जमीन अधिग्रहण करने के लिए कहा गया है। जमीन का अधिहग्रण शुरू होते ही 84 गांवों के करीब 20 हजार से अधिक किसानों को मुआवजा मिलेगा। बैठक में अरविंद कुमार सागर प्रमुख सचिव, औद्योगिक तीनों प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम, रवि कुमार एनजी और अरूण वीर सिंह और डीएम मनीष वर्मा मौजूद रहे।
चार चरण में बसेगा न्यू नोएडा
न्यू नोएडा को 209.11 वर्ग किलोमीटर यानी 20 हजार 911.29 हेक्टेयर में बसाने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इस शहर के लि तैयार किए गए मास्टर प्लान को चार चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में साल 2023 से 2027 तक 3165 हेक्टेयर जमीन को विकसित किया जाएगा। साल 2027से 2032 तक 3798 हेक्टेयर, साल 2032 से 2037 तक 5908 हेक्टयर और साल 2037 से 2041 तक 8230 हेक्टेयर जमीन को विकसित किया जाएगा। न्यू नोएडा के बुलंदशहर और दादरी एरिया के 84 गावों की जमीन पर बसे गांवों में फिलहाल आबादी 1 लाख 20 हजार है। जबकि 2041 के आसपास यह आबादी बढ़कर 6 लाख 33 हजार होने की संभावना है।
बोर्ड बैठक
6 लाख आबादी के अनुसार विकसित होंगी सुविधाएं
209.11 वर्ग किलोमीटर में बसाए जाने वाले न्यू नोएडा में बुलंदशहर के 60 और गौतमबुद्ध नगर के 20 गांव शामिल किए गए हैं। इस नए शहर की अनुमानित आबादी 6 लाख मानी जा रही है। इस शहर में रेजिडेंशियल यूज के लिए 2810.54 हेक्टेयर जमीन, ग्रीनरी और पार्कों के लिए 1792.26 हेक्टेयर जमीन, ट्रांसपोर्टेशन के लिए 2963.61 हेक्टेयर जमीन और इंडस्ट्री के लिए 8440 हेक्टेयर जमीन के साथ ही 849.97 हेक्टयर जमीन कॉमर्शियल यूज के लिए निर्धारित की गई है।
शहर में सड़कों के किनारे लगाए जाएंगे विभिन्न प्रकार के वृक्ष
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि न्यू नोएडा को बेहतर अल्ट्रा मॉडर्न इन्फ्राट्रक्चर सिस्टम लागू किया जाएगा। इसमें बिजली से लेकर गैस पाइपलाइन, इंटरनेट सेवा, पानी, सीवर, नाली समेत सभी लाइने अंडर ग्राउंड होंगी। जिससे कि यह शहर साफ और सुंदर नजर आएगा। शहर में सड़कों के किनारे विभिन्न प्रकार के वृक्ष लगाए जाएंगे, जिनमें हर मौसम में फल और फूल लगे दिखाई देंगे। जिससे प्रदूषण पर भी काबू पाया जा सकेगा और पक्षी अपना बसेरा बसा सकेंगे। वह वृक्षों पर खिले फूल लोगों को आकर्षित करेंगे। शहर के बन रहे ड्राफ्ट मास्टर प्लान के अनुसार शहर के बीचोबीच से 130 मीटर चौड़ी रोड निकाली जाएगी। इस रोड के दोनों तरफ स्वच्छ और सुंदर शहर बसाया जाएगा। शहर में अलग-अलग स्थानों पर सेक्टर बसेंगे। यह सेक्टर नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की तरह होंगे।
शहर को रेलवे से भी दी जाएगी बेहतर कनेक्टिविटी
प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, 130 मीटर सड़क को सेक्टर की सड़कों से कनेक्ट किया जाएगा और इस शहर को जेवर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ने के लिए सीधी कनेक्टिविटी दी जाएगी। जिससे कि निवेशक यहां पर लगी फैक्ट्रियों से अपने माल को कार्गो से देश-विदेश में आयात और निर्यात कर सकें। इसके अलावा शहर को रेलवे से भी बेहतर कनेक्टिविटी दी जाएगी। शहर को पहले से ही जीटी रोड और दिल्ली हावड़ा रेलवे लाइन मिल रही हैं। इससे शहर और बेहतर बनेगा वही वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर चौकी दादरी से मुंबई तक 1483 किलोमीटर लंबा बनाया जा रहा है। नोएडा प्राधिकरण न्यू नोएडा में बनाएगा अपना मिनी ऑफिस
इसी तरह ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रंट कॉरिडोर लुधियाना से कोलकाता तक बनाया जा रहा है। न्यू नोएडा को इन दोनों रेलवे कॉरिडोर से कनेक्ट किया जाएगा। जिससे कि उद्यमी अपना माल रेलवे के द्वारा मुंबई नेहरू पोर्ट तक विदेश के लिए भेज सकें। न्यू नोएडा को बसाने के लिए जल्दी ही नोएडा प्राधिकरण अपना मिनी ऑफिस न्यू नोएडा के बिल और अंधपुर गांव के आसपास बनाने की तैयारी में है।