Noida News : जालसाजी, धोखाधड़ी और मनी लॉन्डरिंग जैसे गंभीर आरोपों में जेल गए सुपरटेक बिल्डर का एक और नया कारनामा सामने आया है। बिल्डर ने सुपरनोवा हाउसिंग सोसाइटी के फ़्लैट्स पर ख़ुद करोड़ों रुपया का लोन ले लिया। इसके बाद यह घर आम आदमी को बेच डाले। बैंकों का कर्ज़ चुकाने से पहले सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा (RK Arora) जेल पहुंच गए। लिहाज़ा, उनकी कंपनी बैंकों का कर्ज़ नहीं चुका पाई। अब बैंकों ने इन घरों में रह रहे 75 परिवारों को नोटिस भेजे हैं। बैंकों की ओर से कर्ज़ की वसूली करने के लिए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन का सहारा लिया जा रहा है। अपर जिलाधिकारी ने फ़्लैट खरीदारों को नोटिस भेज कर घर ख़ाली करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर इन घरों में रह रहे लोगों का कहना है कि वह किसी सूरत में घर ख़ाली नहीं करेंगे। ज़रूरत पड़ी तो लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री को इस घोटाले की जानकारी देंगे।
सुपरटेक ने एक ही घर कई-कई लोगों को बेचा
नोएडा में सैकड़ों गगनचुंबी इमारतों और सोसाइटियों का निर्माण किया जा चुका है, लेकिन यहां पर सुकून और शांति के साथ रहने की इच्छा रखने वाले घर खरीदारों (Home Buyers) की परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है। होम बायर्स ने बिल्डर को पैसा तो दे दिया लेकिन उनका आशियाना नहीं मिल रहा है। होम बायर्स बिल्डर की करतूत के कारण दर-दर भटकने को मजबूर हैं। इस बीच सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ एक नया मामला सामने आया है। शहर के सेक्टर-94 में स्थित सुपरनोवा सोसाइटी में होम बायर्स ने सुपरटेक बिल्डर (Supertech Builder) पर करीब सवा सौ करोड़ रुपये का फ्रॉड करने का आरोप लगाया है। दरअसल, बिल्डर ने एक ही फ्लैट दो बार बेच दिया है। इन बायर्स को इस ठगी का तब पता चला जब इनके पास एडीएम कार्यालय से नोटिस आए हैं।
नोटिस आने के बाद हुआ खुलासा
होम बायर्स का कहना है कि बिल्डर ने घर खरीदारों को धोखा दिया है। बिल्डर ने पूरे पैसे लेने के बाद उनका आशियाना छीन लिया है। उसने फ्लैट्स को दो-तीन बार बेच दिया है और रजिस्ट्री होने नहीं देता है। हर फ्लैट से बिल्डर को 20 से 21 लाख रुपये का लाभ होता है। जिसके कारण बिल्डर एक ही फ्लैट को बार-बार बेच रहा है। पहले जिन लोगों को फ्लैट्स बेचे हैं, वो उनके ही अपने आदमी हैं। पहले लैंडर ने अपनी ईएमआई नहीं भरी हैं। दोबारा से ईएमआई उठा ली है। अब पहले वाला लैंडर हमारे ऊपर प्रेशर बना रहा है। बैंक से भी दबाव आ रहा है। इस मामले का खुलासा एडीएम का नोटिस आने के बाद हुआ है। सोसाइटी के निवासियों में बिल्डर के खिलाफ रोष है।
बैंक को कब्जा देने का आदेश
सुपरनोवा के निवासी आरिफ अली ने बताया कि उन्होंने 2020 में सुपरनोवा प्रोजेक्ट में फ्लैट खरीदा था। बकायदा बैंक से इसका लोन करवाया था। लोन के समय उन्हें क्लियरेंस बैंक से मिली थी। उनको पहला नोटिस फरवरी 2023 में आया था। जिसमें जिक्र था कि इस फ्लैट पर पहले से ही लोन है। जिसने लोन लिया था, उसने लोन नहीं चुकाया तो बैंक रिकवरी करने पहुंच गया। इस संबंध में बिल्डर से बात की गई तो वहां से उनको आश्वसत किया गया। 11 नवंबर को उन्हें फिर से बैंक का नोटिस मिला है। इसमें एडीएम ने फ्लैट पर बैंक को कब्ज़ा देने का आदेश दिया गया।
योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे घर खरीदार
सोसाइटी के एओए प्रेसिडेंट पंकज कौशिक ने बताया कि इस सोसाइटी में 75 बायर्स हैं। जिनके साथ यह फ्रॉड बिल्डर ने किया है। इस समस्या को लेकर प्राधिकरण, पुलिस, डीएम और बिल्डर को अवगत करा दिया है। अगर होम बायर्स की समस्याओं का हल नहीं हुआ तो सोसाइटी के लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर बिल्डर का काला चिट्ठा खोलेंगे। योगी से बिल्डर के खिलाफ ठोस कदम उठाने की मांग की जाएगी। इन लोगों ने बताया कि सुपरनोवा में बायर्स के साथ बिल्डर ने करीब सवा सौ करोड़ रुपए का फ्रॉड किया है।