आज की बड़ी खबर : यूपी के शातिर वाहन चोर गैंग का नोएडा में पर्दाफाश, दो बीवियों के जरिए देता था वारदात को अंजाम, पढ़िए पूरी खबर

नोएडा | 3 साल पहले | Mayank Tawer

Tricity Today | शातिर वाहन चोर गैंग का नोएडा में पर्दाफाश



नोएडा पुलिस ने बुधवार को बड़ी कामयाबी हासिल की है। नोएडा सेक्टर-24 थान पुलिस ने 25 हजार इनामी अन्तर्राज्यीय वाहन चोर वाहिद को धर दबोचा है। वाहिद को गाड़ियों का डॉक्टर भी कहा जाता है। पुलिस ने वाहिद समेत उसके गैंग को नोएडा सेक्टर-35 के पास से गिरफ्तार किया है। इनके पास से चोरी की 4 गाड़ियां, एक अवैध तमंचा, कारतूस, फर्जी नंबर प्लेट सहित भारी मात्रा में सामान बरामद किया है। वही इस गैंग के अन्य चार फरार है। जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने वाहिद के अलावा, अंकुर और शुऐब को भी गिरफ्तार किया है। 

गाड़ियों का डॉक्टर है आरोपी वाहिद
डीसीपी नोएडा राजेश एस. ने बताया कि आरोपी 25 हजार का इनामी सहित वाहिद गाड़ियों का डॉक्टर भी कहा जाता है। यह शातिर किस्म का अपराधी हैं। वाहिद उर्फ डॉक्टर वाहिद पर थाना-24 के मुकदमों में 25 हजार रूपये का ईनाम घोषित है, जो लगातार नोएडा एनसीआर में वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। उन्होंने बताया कि अभी वाहिद, अंकुर, शुऐब को गिरफ्तार किया है। इनके पास से चोरी की 1 ब्रेजा कार, 1 तमंचा 315 बोर और 2 जिन्दा कारतूस 315 बोर, 1 अदद चाकू और भारी संख्या मे फर्जी नम्बर प्लेटे, भारी संख्या में फर्जी सिम कार्ड, भारी संख्या में गाड़ी चोरी करने के टूल्स समान मय इल्कट्रोनिक डिवाइसेस के बरामद सहित इनकी निशानदेही पर चोरी की 3 कार (दो होंडा, एक वेगनआर) बरामद की गई है। वही फिलहाल इस गैंग के कमरुद्दीन, पवन, इरफान, दानिश फरार है। जिनकी पुलिस लगातार तलाश कर रही है।

नोएडा-एनसीआर में किए सैकड़ों वाहन चोरी
पुलिस ने बताया कि इसके ऊपर नोएडा एनसीआर में लगभग 100 से अधिक वाहन चोरी के मुकदमें दर्ज है। वाहिद अपना वाटसएप नंबर सउदी अरबिया के नम्बर से इंस्टाल किया था। उसी नम्बर से डोंगल की मदद से वाटसएप कॉलिग से अपने अन्य साथियों से जुड़ा है। वाहिद ने दो 2 शादियां कर रखी है। वाहिद के दिल्ली, गाजियाबाद, हापुड, मेरठ, बुलन्दशहर और बागपत में किराये के कमरे ले रखे है। जिससे वो रोजाना अपनी लोकेशन बदल सके।

अकेले शुरू किया था अवैध धंधा
पूछताछ में चोरों ने बताया कि शुरु के दिनो में वाहिद गाड़ियां स्वयं अपने साथियो के साथ मिलकर चोरी करता था। धीरे-धीरे इसने अपने साथियों (पवन और कमरुदीन को गाड़ी चोरी कराने की ट्रेनिंग देकर इनसे गाडी चोरी करवाता है। इनसे गाडी लेकर गैंग के दानिश और इमरान को गाड़ी कटवाने के लिए उत्तर प्रदेश के बाहर गाडी भिजवाने का काम करता है। 

अंकुर की मोदीनगर मे नंबर प्लेट आदि बनाने की दुकान है। जो वाहिद और अन्य चोरों को फर्जी नंबर प्लेटे बनाकर देता है, जो चोरी की गाडियों में इस्तेमाल की जाती है। आरोपी शुऐब की सिम आदि की दुकान है। वाहिद अन्य चोरों को प्रीऐक्टिवेटेड सिम बेचता था। वाहिद की चोरी मे मदद करता था। इनके कब्जे से भारी मात्रा मे वाहन चोरी के टूल्स, समान, इलेकट्रोनिक डिवाइस बरामद हुई है। जिनकी मदद से यह लोग कारों को चोरी करने का काम करते है। 

मेरठ और हापुड़ समेत कई जिलों में फैला गैंग
कमरूद्दीन और पवन शातिर चोर वाहिद के साथ मिलकर कार चोरी करते है। जबकि दानिश की मेरठ के सोतीगंज में कबाडी की दुकान है, जोकि इनसे चोरी की गाड़ियां खरीदकर इन्हे खोलकर इनके पुरजो को बिहार, हरियाणा, राजस्थान मेरठ और हापुड आदि जगहों पर बेच देते है। इरफान भी इन चोरों से चोरी की गाडीयां खरीदकर इन्हें खोलकर इनके पुरजो को बिहार, हरियाणा, राजस्थान मेरठ और हापुड आदि जगहों पर बेच देता है।

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