मां दुर्गा को दी विदाई : गौतमबुद्ध नगर में महिलाओं ने पूजा पंडालों में सिंदूर खेला, नम हुई आंखें

नोएडा | 2 महीना पहले | Junaid Akhtar

Tricity Today | महिलाओं ने पूजा पंडालों में सिंदूर खेला



Noida News : गौतमबुद्ध नगर में पूजा पंडालों में सिंदूर खेला के साथ मां दुर्गा को विदाई दी गई। जिले में करीब 150 से अधिक जगहों पर दुर्गा पूजा पंडाल बनाए गए थे। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अधिकांश बंगाली समुदाय के पंडाल थे। इस दौरान तमाम मंदिरों के बाहर पुलिस सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही। साथ ही सादी वर्दी में पुलिस के जवान तैनात रहे। 

महिलाओं ने पहनी बंगाली शैली में साड़ी
पंडालों में बंगाली शैली में साड़ी पहनी महिलाओं ने सबसे पहले मां दुर्गा, मां सरस्वती और मां लक्ष्मी की पूजा की और उन्हें सिंदूर लगाया। इसके बाद एक दूसरे के साथ सिंदूर की होली खेली। ढाक की धुन पर नृत्य किया। दुर्गा माई की जय के जयकारे लगाए गए। उधर, सेक्टर 26 कालीबाड़ी, सेक्टर 137 आदि पंडालों में सुबह से ही चहल-पहल रही। सेक्टर 137 में बने पंडाल में बड़ी संख्या में महिलाओं ने सिंदूर लगाकर मां की पूजा की और महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाकर नृत्य किया। इसके अलावा सेक्टर-62, सेक्टर-8 और अन्य जगहों पर भी दुर्गा पंडाल लगाए थे। जहां महिलाओं ने सिंदूर खेला के साथ मां दुर्गा को विदाई दी। 

ग्रेटर नोएडा और ग्रेनो वेस्ट में हुई दुर्गा पूजा 
इसी तरह ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट की विभिन्न सोसायटियों में मां दुर्गा पूजा के पंडाल लगाए गए थे। महिलाओं ने यहां जमकर सिंदूरा खेला। इस दौरान बंगाली समुदाय के लोगों ने मां की आरती उतारी और प्रार्थना की। इस दौरान महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से मां के नाम पर गीत भी गाए। लोग इस दौरान दुर्गा की मूर्ति लेकर हिंडन और ओखला बैराज पर पहुंचे और मूर्तियों का विसर्जन किया। 

विदाई देख कई श्रद्धालुओं की आंखें नम 
विसर्जन से पहले पंडालों में धूमधाम से मां दुर्गा की पूजा की गई। पंडाल में आई महिलाओं ने मां को सिंदूर चढ़ाकर अपने परिवार की खुशहाली की कामना की। पूजा का अंतिम दिन होने के कारण ढोल नगाड़ों के साथ मां की आरती की गई। विसर्जन से पहले मां दुर्गा की मूर्ति का श्रृंगार किया गया। मां को कुमकुम और बिंदी से सजाया गया। इसके साथ ही भगवान गणेश, कार्तिक और मां सरस्वती की मूर्तियों को भी सजाया गया। विसर्जन के दौरान हिंडन और यमुना नदी के आसपास श्रद्धालुओं की भीड़ रही। मां की विदाई देख कई श्रद्धालु अपने आंसू नहीं रोक पाए।

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