गाजियाबाद की सोसाइटी में तैनात किए गए डॉग वाचर्स : Dog Lovers के घर के बाहर ताली बजाकर प्रदर्शन

गाजियाबाद | 12 महीना पहले | Sonu Singh

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Ghaziabad News : कुछ दिन पूर्व विजयनगर निवासी किशोर शावेज की कुत्ते के काटने से मौत हो गई थी। शावेज ने अपने पिता की गोद में तड़प तड़पकर दम तोड़ दिया था। इसके बाद लगातार कुत्तों के काटने की खबरें आ रहीं हैं। गाजियाबाद की लगभग सभी सोसाइटी में ऐसी खबरें सुर्खियां बन रही हैं। हाईराइज सोसायटी में रहने वाले लोगों के लिए यह एक बड़ी समस्या बन गई है। जबकि डॉग लवर्स कुत्तों के लिए के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। कुत्तों को खाना खिलाने के लिए सोसाइटी में आमंत्रित करते रहते हैं। 

क्या है पूरा मामला
इंदिरापुरम स्थित ग्रीन व्यू अपार्टमेंट के आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष चौहान ने बताया कि सोसाइटी में बच्चों ने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। जबकि यहां काम करने वाली मेड भी आने से डरती हैं। कुत्तों के आतंक की वजह से यहां की दिनचर्या अस्त व्यस्त हो गई है। सोसाइटी में कुत्तों के काटे जाने की घटनाएं आएदिन बढ़ती जा रही हैं। सोसाइटी के लोगों ने मिलकर दो डॉग लवर्स के घर के बाहर ताली बजाकर प्रदर्शन किया। बता दें कि सोशल मीडिया पर एक महिला की ऑडियो वायरल हो रही है। जिसमें ग्रीन व्यू अपार्टमेंट के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष को गला काटने की धमकी दी जा रही है। कहा जा रहा है कि महिला डॉग लवर्स है और लोगों को धमकी देती रहती है। जबकि इस ऑडियो में महिला अन्य लोगों के साथ भी गाली-गलौज कर रही है। ऑडियो की शिकायत पुलिस से की गई है।

महागुनपुरम में तैनात किए गए डॉग वाचर्स
बता दें कि गाजियाबाद में कुत्तों के आतंक के कारण अब सोसाइटियों में डॉग वॉचर्स की तैनाती की गई है। महागुनपुरम में ऐसा ही मामला देखने को मिला, जहां सोसाइटी में बच्चों को कुत्तों से सुरक्षित रखने के लिए डॉग वाचर्स तैनात किए गए हैं। यह डॉग वॉचर्स पीक ऑवर में कुत्तों को सोसाइटी से दूर रखेंगे। महागुनपुरम सोसाइटी में पीक ऑवर के दौरान बच्चों को प्रोटेक्ट करने के लिए गार्ड की तैनाती की गई है। दरअसल, सुबह और दोपहर के समय जब बच्चे स्कूल जाते हैं और स्कूल से आते हैं, उस समय ये गार्ड बच्चों को कुत्तों से सुरक्षित रखेंगे। सोसाइटी में रहने वाले महेश गुप्ता का कहना है कि इस निर्णय से कॉलोनी में रहने वाले लोगों की चिंता समाप्त हो जाएगी। क्योंकि सोसाइटी में रहने वाले वयस्क लोग अपनी रक्षा कुत्तों से कर सकते हैं, लेकिन छोटे बच्चे कुत्तों से अपनी रक्षा नहीं कर पाते। इस लिहाज से यह एक अच्छा फैसला है।

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