गाजियाबाद में नई टाउनशिप : अनूठी होगी जीडीए की “हरनंदीपुरम” योजना, सर्वेक्षण का काम पूरा, 2025 की पहली तिमाही में होगा भूमि पूजन

Tricity Today | हरनंदीपुरम योजना की बैठक लेते जीडीए वीसी अतुल वत्स।



Ghaziabad News : गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की प्रस्तावित टाउनशिप “हरनंदीपुरम” ने आकार लेना शुरू कर दिया है। यह योजना अपने आप में अनूठी होगी। टाउनशिप के लिए जीडीए ने भूमि अधिग्रहण का प्रस्ताव तैयार करने हेतु सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया है। सर्वेक्षण के बाद अब 523 हेक्टेयर की “हरनंदी” टाउनशिप के लिए अधिग्रहण का काम शुरू होगा। बता दें जीडीए बोर्ड ने 5 अगस्त को हुई बैठक में इस टाउनशिप को हरी झंडी देने के साथ ही योजना का नाम “हरनंदीपुरम” रखने का निर्णय लिया था। जीडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि योजना के लिए सर्वेक्षण का कार्य पूरा हो चुका है। सर्वेक्षण रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

डीपीआर के लिए तैयार हुआ एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट
जीडीए वीसी अतुल वत्स के मुताबिक डिटेल प्रॉजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट तैयार करा लिया गया है। डीपीआर तैयार करने के लिए जीडीए संबंधित कंपनी को तीन माह‌ का समय देगा। डीपीआर में प्रॉजेक्ट का लेआउट, सीवर, वाटर और सड़क को पूरा डायग्राम, एसटीपी, पावर ह‌ाउस, लैंड स्केपिंग, वाटर हार्वेस्टिंग, कॉस्ट और तमाम चीजों की जानकारी विस्तार से होगी। टाउनशिप के लिए शासन से मुख्यमंत्री शहरी प्रोत्साहन योजना के तहत फंड लेने के लिए डॉक्यूमेंटेंशन का काम चल रहा है। बाउंड्री तय करने के साथ ही भूमि की पूरी डिटेल जुटाई जा रही है। प्रयाय है कि अगले दो माह में शासन से फंड रिलीज हो जाए।

टाउनशिप में होगा 30 हेक्टेयर का एक मुख्य पार्क
जीडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि यूं तो इतनी बड़ी टाउनशिप में तमाम पार्क होंगे लेकिन एक मुख्य पार्क करीब 30 हेक्टेयर भूमि पर विकसित किया जाएगा। इस पार्क के बीचोंबीच विद्युत सब-स्टेशन नियोजित करने की योजना है। इससे दो लाभ होंगे, एक तो विद्युत सब- स्टेशन के चारों ओर हरित क्षेत्र होने से वहां का तापमान कम रहेगा और सब-स्टेशन में लगी मशीनों के ल‌िए यह लाभदायक होगा। दूसरे सब-स्टेशन के आसपास रिहायश न होने से हादसे की आशंका भी नहीं रहेगी।

इन गांवों की जमीन पर विकसित होगी टाउनशिप
यह योजना राजनगर एक्सटेंशन के पीछे, दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे (डीएमई) और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे (ईपीई) के जंक्शन के साथ रीजनल रैपिड रेल (आरआरटीएस) से कनेक्ट होगी। टाउनशिप में रहने वाले लोग पांच से 10 मिनट में ही डीएमई, ईपीई और आरआरटीएस पर पहुंच सकेंगे। योजना के लिए जीडीए मोरटा, शाहपुर मोरटा, मथुरापुर, नगला फिरोज मोहनपुर, शमशेर, चंपत नगर, भनेड़ा खुर्द और भोवापुर आदि आठ गांवों के किसानों से जमीन खरीदने की योजना पर काम कर रहा है। योजना के लिए किसानों से भूमि आपसी सहमति के आधार पर खरीदी जाएगी।

चरणबद्ध तरीके से विकसित होगी टाउनशिप
जीडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि “हरनंदीपुरम” टाउनशिप का काम चरणबद्ध तरीके से करने की योजना है। टाउनशिप में कुल पांच हजार इकाईयां होंगी।  पहले चरण का काम 2025 की पहली तिमाही में शुरू कर दिया जाएगा। मुख्य रूप से कृषि भूमि पर यह योजना प्रस्तावित है, जिसका भूपयोग चेंज कराया जाएगा। जीडीए के मास्टर प्लान- 2031 में योजना प्रस्तावित की गई है, ‌मास्टर प्लान-2031 के प्रारूप को जीडीए बोर्ड से मंजूरी मिल चुकी है, जल्दी ही फाइनल मंजूरी के लिए मास्टर प्लान शासन को भेजा जाएगा। 2024 के अंत तक मास्टर प्लान फाइनल हो चुका होगा।

टाउनशिप को लेकर उत्साहित हैं अधिकारी
“हरनंदीपुरम” टाउनशिप को लेकर जीडीए के अधिकारी काफी उत्साहित हैं। इसकी बड़ी वजह टाउनशिप की लोकेशन को माना जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि अच्छी कनेक्टिविटी के चलते टाउनशिप को अच्छा रेस्पांस मिलेगा। इसका बड़ा कारण यही है टाउनशिप आरआरटीएस के अलावा डीएमई, ईपीई, राजनगर एक्सटेंशन एलीवेटेड रोड और प्रस्तावित नॉर्दन पेरीफेरल रोड से काफी नजदीक होगी। जीडीए की आखिरी आवासीय योजना को आए 20 साल का समय हो गया है। इस बीच आवासीय संपत्ति की काफी जरूरत क्रिएट हो चुकी है। 
 

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