Tricity Today | ग्रेटर नोएडा की बेटी बबीता नागर को अमित शाह ने किया सम्मानित
New Delhi/Greater Noida : ग्रेटर नोएडा के सादुल्लापुर गांव की पहलवान बबीता नागर को भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने सम्मानित किया है। बबीता नागर ने नीदरलैंड में हुए वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में बेहतरीन प्रदर्शन किया हैं। बबीता नागर ने नीदरलैंड में भारत का झंडा फहराकर गौतमबुद्ध नगर और पूरे देश का नाम रोशन किया है। इसी को लेकर आज मंगलवार को अमित शाह ने बबीता नागर को एक्सीलेंस अवार्ड देकर सम्मानित किया है।
'वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स' में गोल्ड मैडल जीता
ग्रेटर नोएडा की बेटी बबीता नागर ने नाम रोशन कर दिया है। नीदरलैंड के रोटरडैम शहर में आयोजित 'वर्ल्ड पुलिस एन्ड फायर गेम्स' में गोल्ड मैडल जीता है। बबीता रेसलर हैं। उन्होंने 22 जुलाई से शुरू हुए इन अंतर्राष्ट्रीय खेलों में यह बड़ी कामयाबी हासिल की है। बबीता नागर ग्रेटर नोएडा के सादुल्लापुर गांव की निवासी हैं। बबीता दिल्ली पुलिस में सहायत उप-निरीक्षक हैं।
लम्बे अरसे से महिलाओं के लिए कर रहीं काम
बबीता नागर ग्रेटर नोएडा में महिला पहलवानों का अखाड़ा चला रही हैं। इससे पहले भी अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर हुनर दिखा चुकीं है। बबीता नागर अभी तक 100 से ज्यादा महिलाओं और लड़कियों को कुश्ती के गुर सिखाकर दिल्ली और यूपी पुलिस में नौकरी दिला चुकी हैं। सादुल्लापुर गांव की निवासी बबीता नागर दिल्ली पुलिस में सहायत उप-निरीक्षक हैं। उन्होंने 1999 में कुश्ती शुरू की और कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल किया था। स्पोटर्स कोटे से दिल्ली पुलिस में नौकरी पाई। बबीता ने अभी तक स्टेट, नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर 30 से ज्यादा कुश्ती के मैच खेले हैं।
जिले की बेटियों और बहुओं को दे रही हैं प्रेरणा
जब बबीता नागर ने अपने गांव में अखाड़ा शुरू किया था तो लोगों ने विरोध किया, लेकिन उनके माता-पिता ने उन्हें सपोर्ट किया। अपने मजबूत इरादों के साथ कुश्ती के अखाड़े में उतर गईं। 2001 में उन्होंने दिल्ली पुलिस ज्वाइंन करने के बाद लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए फ्री ट्रेनिंग देना शुरू किया। बबीता से प्रेरणा लेकर ना केवल गांव की लड़कियों बल्कि बहुओं ने भी दहलीज कूदी। सरकारी नौकरियां हासिल की हैं। पिछले कई सालों से अखाड़ा चला रही बबीता अभी तक करीब 100 से ज्यादा लड़कियों और महिलाओं को ट्रेनिंग देकर दिल्ली और यूपी पुलिस में नौकरी दिला चुकी हैं। बबीता नागर ने बताया कि उनका प्रयास आगे भी जारी रहेगा।