कामयाबी की कहानी : डॉ.अरुणवीर सिंह यूं ही नहीं हुए योगी आदित्यनाथ प्रिय, अफसर भी बोले- जितनी तारीफ करें उतनी कम

Tricity Today | डॉ.अरुणवीर सिंह



Greater Noida News : ईमानदारी की कद्र होती है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण रिटायर हुए आईएएस डॉ.अरुणवीर सिंह हैं। अरुणवीर सिंह यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority) और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नाइल) के सीईओ हैं। उनका पिछले 5 सालों से सेवा विस्तार हो रहा है। गौतमबुद्ध नगर के विकास में अभी कमी है, नोएडा एयरपोर्ट से हवाई जहाज उड़ने में समय है, इसलिए अब योगी सरकार ने एक बार फिर उन्हें इसी पद पर एक वर्ष के लिए पुनर्नियुक्ति दी है। अब डॉ.अरुणवीर सिंह 31 दिसंबर 2024 के लिए यमुना प्राधिकरण के नियाल के सीईओ बने रहेंगे।

वर्ष 2006 में पीसीएस से बने आईएएस
डॉ.अरुणवीर सिंह उत्तर प्रदेश लोक सेवा के प्रशासनिक अफसर थे। वर्ष 2006 में प्रोन्नत होकर आईएएस बने। करीब चार वर्षों से यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी थे। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम शुरू करने के लिए सरकारी कम्पनी नाइल (Noida International Airport Authority Limited) बनी तो उसके भी सीईओ बनाए गए। अरुणवीर सिंह की गिनती उन चुनिंदा अफसरों में है, जो ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं।

पहले तैयार नहीं हुए थे डॉ.अरुणवीर सिंह
वर्ष 1959 में जन्मे डॉ.अरुणवीर सिंह 30 जून 2019 को 60 वर्ष की आयु पूरी करके रिटायर हो गए, लेकिन उनके काम और ईमानदारी को देखते हुए यूपी सरकार ने उन्हें सेवा विस्तार देने का निर्णय लिया था। जब वर्ष 2019 में उसके सेवा विस्तार की बात आई तो डॉ.अरुणवीर सिंह तैयार नहीं हुए थे। दरअसल, उस समय जेवर एयरपोर्ट के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही थी। अरुणवीर सिंह का मानना था कि अगर वह केवल छह माह का सेवा विस्तार लेंगे तो उनके बारे में गलत धारणा बनेगी कि शायद एयरपोर्ट के टेंडर को लेकर ऐसा किया गया। लिहाजा, यूपी सरकार ने उन्हें दो वर्ष के लिए पुनर्नियुक्ति देने का निर्णय लिया था। वर्ष 2019 से अब तक लगातार योगी सरकार उनका सेवा विस्तार कर रही है।  

योगी आदित्यनाथ की मंशा से ज्यादा हुआ काम
यूपी सरकार की मंशा है कि एक अच्छे अफसर की मौजूदगी में जेवर एयरपोर्ट का अधिकांश काम निपटा जाए, लेकिन डॉ.अरुणवीर सिंह के होते हुए एयरपोर्ट बनकर तैयार होने वाला है। आज के समय में कोई एक रुपये तक का नोएडा एयरपोर्ट में गोलमाल साबित नहीं कर सकता और यह बात योगी सरकार को भी अच्छे से पता है। इसी ईमानदारी के लिए योगी आदित्यनाथ उन पर लगातार विश्वास कर रहे हैं।

अफसरों में चर्चा- ऐसे सीईओ शायद नहीं मिलेंगे
लखनऊ में तैनात रहे एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर का कहना है, "मैंने डॉ.अरुणवीर सिंह को कार्य करते हुए देखा है। एक समय था जब नोएडा एयरपोर्ट की जमीन खंडर के रूप में थी। वहां विकास तो दूर-दूर तक नहीं था, लेकिन आज डॉ.अरुणवीर सिंह ने कमाल करके दिखा दिया है। चंद सालों में देखते-देखते नोएडा एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गए। जिस्म समय फिल्म सिटी को लेकर समझौता-पत्र साइन हुआ, उस दिन मैं लखनऊ में थे। वाक्य में उन्होंने गौतमबुद्ध नगर के विकास में अहम भूमिका निभाई है।"

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