ग्रेटर नोएडा से बड़ी खबर : फिल्म देखकर छात्र ने परिजनों से मांगी फिरौती, लिखी ऐसी स्क्रिप्ट की पुलिस को भी आया पसीना

Tricity Today | पुलिस टीम के साथ छात्र और उसके परिजन



Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के थाना दनकौर क्षेत्र में 11वीं कक्षा के छात्र ने अपने अपहरण की झूठी कहानी रच डाली। छात्र ने पहले गुमराह फिल्म देखी और इसके बाद पूरा प्लान तैयार कर अपने परिजनों को आवाज बदलकर फोन किया। छात्र ने अपने परिजनों से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी। जिसके बाद परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस से की। बताया जा रहा है कि पुलिस ने नंबर ट्रेस कर छात्र को जयपुर से सकुशल बरामद कर लिया। 

बुधवार देर रात फोन कर मांगी फिरौती
रबूपुरा थाना क्षेत्र के खेरली भाव गांव निवासी परिजनों ने बताया कि दनकौर थाना क्षेत्र के किशोर बिहारी लाल इंटर कॉलेज में 11वीं में पढ़ता है। बुधवार को वह कॉलेज गया था, लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटा। तब हमने उसकी तलाश की। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। हम रात तक उसकी तलाश करते रहे। देर रात हमें फोन आया कि हमने आपके बेटे का अपहरण कर लिया है। पहले 50 हजार और फिर 10 लाख रुपये मांगे। पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी दी और वॉयस मैसेज भी भेजा। 

भनक लगते ही दिल्ली से भागा 
फोन आने के बाद परिजनों ने पुलिस से शिकायत की। अपहरण की बात बताई। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। उसके मोबाइल की लोकेशन के आधार पर उसकी तलाश शुरू कर दी। लोकेशन के आधार पर पुलिस दिल्ली पहुंच गई, लेकिन छात्र को इसकी भनक पहले ही लग गई और वहां से निकल भागा। 

राजस्थान के जयपुर से किया बरामद 
इसके बाद छात्र राजस्थान के जयपुर पहुंच गया। जिसके बाद पुलिस की दो टीमें बनाई गईं, जो राजस्थान के लिए रवाना हो गईं। छात्र काफी देर तक पुलिस को चकमा देता रहा, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए उसे सकुशल बरामद कर लिया गया। छात्र को सकुशल वापस घर लाने पर परिजनों और ग्रामीणों ने थाना दनकौर प्रभारी और उनकी पूरी टीम का फूल माला पहनाकर सम्मान किया। 

फिल्म देखकर ऐप के जरिए बदली आवाज 
पुलिस पूछताछ में छात्र ने बताया कि उसने गुमराह फिल्म देखने के बाद अपहरण की झूठी कहानी बनाई थी। उसने एक ऐप के जरिए आवाज बदलकर धमकी भरा वॉयस मैसेज भी भेजा था। उसने दिल्ली और फिर राजस्थान में नौकरी की तलाश की, लेकिन नाकाम रहा। पैसों की जरूरत को देखते हुए उसने खुद के अपहरण की साजिश रची थी।

12 साल से छात्र के पिता हैं लापता 
परिजनों ने बताया कि वह दो भाइयों में सबसे छोटा है। उसके पिता भी करीब 12 साल से लापता हैं। आज तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है। उसकी भी काफी तलाश की गई। थाने में शिकायत भी दर्ज कराई। कोई फायदा नहीं हुआ।

पैसों की किल्लत दूर करने के लिए बनाया प्लान 
थाना दनकौर प्रभारी मुनेंद्र सिंह ने बताया कि छात्र के अपहरण की झूठी कहानी का पर्दाफाश कर दिया गया है। पूछताछ करने पर किशोर ने पुलिस को बताया कि पैसों की किल्लत दूर करने के यह सारा प्लान रचा था। पूछताछ के बाद पुलिस ने किशोर को परिजनों के हवाले कर दिया।

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