Gurugram News : भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी मौद्रिक नीति समिति की बैठक में एक बार फिर रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का फैसला लिया है, जो कि लगातार 11वीं बार है। इस निर्णय ने विशेष रूप से रियल एस्टेट सेक्टर को सकारात्मक संकेत दिए हैं, क्योंकि इससे लोन दरों में स्थिरता बनी है। विशेषज्ञों का मानना है कि RBI की यह स्थिर नीति रियल एस्टेट और होम लोन के लिए फायदेमंद है, क्योंकि ब्याज दर अपरिवर्तित रहने से ईएमआई नहीं बढ़ेगी।
गुरुग्राम में तेजी से बढ़ा है रियल एस्टेट बाजार
गुरुग्राम (गुड़गांव) की रियल एस्टेट बाजार 2024 में तेजी से विकसित हुई है। जिसमें हाई-एंड लक्ज़री रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स, किफायती आवास और पर्यावरण-संवेदनशील निर्माण प्रमुख ट्रेंड्स में शामिल हैं। इसके विकास को साइबर सिटी और द्वारका एक्सप्रेसवे जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, मेट्रो विस्तार, और टेक्नोलॉजी हब के रूप में बढ़ते महत्व से बल मिला है। हरियाणा सरकार द्वारा बढ़ाए जा रहे सर्किल रेट्स और निवेशकों की बढ़ती रूचि ने भी बाजार को और मजबूत किया है। इसके साथ, ग्रीन बिल्डिंग और वेलनेस-फोकस्ड प्रोजेक्ट्स बढ़ती मांग का केंद्र हैं, जबकि को-लिविंग और कमर्शियल स्पेस भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
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आर्थिक स्थिरता और विकास के बीच बढ़ेगा संतुलन
गंगा रियल्टी के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर विकास गर्ग ने कहा, "आरबीआई द्वारा रेपो रेट को स्थिर रखने का निर्णय स्वागत योग्य है, जो उम्मीदों के अनुसार है और वर्तमान आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए लिया गया एक समझदारी भरा कदम है। महंगाई के नियंत्रण में आने और रियल एस्टेट की मांग बढ़ने के साथ, यह नीति आवासीय क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देगी। यह निर्णय आर्थिक स्थिरता और विकास के बीच संतुलन बनाने की आरबीआई की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और रियल एस्टेट सेक्टर में निरंतर प्रगति के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करता है।"
बायर्स को मिलेगा बड़ा फायदा
त्रेहान ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर सारांश त्रेहान ने कहा, "आरबीआई का रेपो रेट को स्थिर रखने का निर्णय घर खरीदने के लिए किफायती लोन दरें सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण है, जो रियल एस्टेट निवेश को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है। यह कदम विशेष रूप से एनसीआर जैसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में आवासीय मांग की मौजूदा गति को बनाए रखने में मदद करेगा। मॉर्गेज दरों को स्थिर कर, यह नीति घर खरीदारों को प्रोत्साहित करती है और रियल एस्टेट सेक्टर की वृद्धि को बनाए रखती है। इसके अलावा, यह महंगाई नियंत्रण और जीडीपी वृद्धि जैसे बड़े आर्थिक लक्ष्यों को भी समर्थन देती है, जिससे बाजार में विश्वास बढ़ाने के लिए यह एक अहम कदम साबित होता है।"