त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी गुरुग्राम की सीट : जानिए किस पार्टी को हो सकता है फायदा और किसे झेलना पड़ सकता है नुकसान!

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Gurugram News : हरियाणा की आर्थिक राजधानी गुरुग्राम विधानसभा सीट पर चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। यहां की शहरी पृष्ठभूमि को देखते हुए भाजपा ने ब्राह्मण समाज से संबंधित मुकेश शर्मा को टिकट दिया है। लेकिन भाजपा के इस निर्णय से नाराज पार्टी नेता नवीन गोयल ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। जिससे मुकाबला अप्रत्याशित बन गया है। कांग्रेस ने पंजाबी समाज से मोहित ग्रोवर को मैदान में उतारा है, जबकि आम आदमी पार्टी ने डॉ. निशांत आनंद को टिकट दिया है। जजपा-असपा ने अशोक जांगड़ा और इनेलो-बसपा ने गौरव भाटी को उम्मीदवार बनाया है। 8 अक्टूबर को चुनाव परिणाम किसी भी पार्टी के पक्ष में जा सकते हैं।

नवीन गोयल को मिल रही वोटरों की सहानुभूति  
नवीन गोयल पिछले 10 वषों से भी अधिक समय से गुरुग्राम में सक्रिय हैं और भाजपा से टिकट न मिलने के बाद उन्हें वोटरों की सहानुभूति मिल रही है। यह स्थिति भाजपा के लिए नुकसानदायक हो सकती है क्योंकि गोयल यदि भाजपा के वोटों को काटने में सफल होते हैं और पंजाबी वोटरों का समर्थन भी प्राप्त कर लेते हैं तो उनकी जीत की संभावना बढ़ जाएगी। दूसरी ओर अगर गोयल सिर्फ भाजपा के वोट काटने तक सीमित रहते हैं तो कांग्रेस आगे बढ़ सकती है। इस तरह गुरुग्राम की चुनावी राजनीति में नवीन गोयल की भूमिका महत्वपूर्ण है और उनके प्रदर्शन से चुनावी परिणामों पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। सभी पार्टियां अपनी रणनीतियों के अनुसार इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए प्रयासरत हैं।

गुरुग्राम में अब तक हुए 13 बार विधानसभा चुनाव 
गुरुग्राम विधानसभा सीट पर अब तक 13 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। जिसमें कांग्रेस ने 6 बार और भाजपा ने 3 बार जीत हासिल की है। पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने अच्छे मार्जिन से जीत दर्ज की लेकिन इस बार पार्टी को एंटी इनकंबेंसी का सामना करना पड़ रहा है। गुरुग्राम में कुल 4,43,593 वोटर हैं। जिनमें सबसे बड़ी संख्या पंजाबी वोटरों की है। पिछले चुनाव में मोहित ग्रोवर ने निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए लगभग 48 हजार वोट प्राप्त किए थे। जिसके बाद इस चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें टिकट दिया है। यहां करीब 40 हजार जाट वोटर हैं जो मुख्यत: हुड्‌डा के समर्थक माने जाते हैं। ब्राह्मण और वैश्य समाज के भी 50-50 हजार वोट हैं जो पिछले चुनावों में भाजपा की ओर झुके रहे हैं।

मुकेश शर्मा और नवीन गोयल के बीच मानी जा रही सीधी टक्कर 
गुरुग्राम में भाजपा के उम्मीदवार मुकेश शर्मा और निर्दलिय उम्मीदवार नवीन गोयल के बीच सीधी टक्कर होने की संभावना है। माना जा रहा है कि इसका फायदा कांग्रेस के मोहित ग्रोवर को हो सकता है। यदि नवीन गोयल का ग्राफ चुनाव में बढ़ता है तो इसका सीधा लाभ कांग्रेस को होगा। यहां आज तक कोई ब्राह्मण विधायक नहीं बना है। इसलिए भाजपा ने इस बार ब्राह्मण उम्मीदवार पर दांव खेला है। इतिहास को देंखे तो यहां जाट और पंजाबी समुदाय के विधायक यहां चार-चार बार बने हैं, जबकि पिछले तीन चुनावों में पंजाबी विधायक नहीं बन पाए हैं, जबकि उनके वोट सबसे अधिक हैं। 

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